वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण अब से कुछ ही देर में प्रेस कांफ्रेंस करेंगी। वे दो दिनों से मुंबई में हैं। उन्होंने GST, इनकम टैक्स अधिकारियों के साथ मुलाकात कीं। आज सुबह उन्होंने 12 सरकारी बैंकों के अधिकारियों के साथ सालाना रिव्यू मीटिंग भी कीं।
ईज-3 की रिपोर्ट जारी करेंगी वित्तमंत्री
वित्तमंत्री आज ईज-3 की रिपोर्ट जारी करेंगी। इसके साथ ही ईज-4 को लॉन्च करेंगी। ईज का मतलब बैंकों द्वारा आसान सेवाओं को घर तक पहुंचाने से है। यह योजना सरकारी बैंकों के लिए एक कॉमन एजेंडा है। इसके तहत चुनिंदा सेवाओं को घर तक या डिजिटल तरीके से बैंक देते हैं।
सेवाओं के लिए चार्ज लेते हैं बैंक
बैंक इन सेवाओं के लिए चार्ज लेते हैं। वित्तमंत्री ने बैंकों के साथ बुरे फंसे कर्जों, क्रेडिट की डिमांड के साथ अन्य मुद्दों पर चर्चा कीं। खासकर कोरोना के समय में बैंकों की ग्रोथ को लेकर भी चर्चा की गई। पिछले साल मार्च में महामारी शुरू होने के बाद से यह वित्तमंत्री और सरकारी बैंकों के प्रमुखों की आमने-सामने की पहली समीक्षा बैठक है। हाल ही में सीतारमण ने कहा था कि सरकार कोविड-19 महामारी से प्रभावित आर्थिक वृद्धि को गति देने के लिये हर जरूरी कदम उठाने को तैयार है।
रिस्ट्रक्चरिंग-2 स्कीम की भी होगी समीक्षा
सूत्रों के अनुसार बैठक में बैंक की स्थिति, रिजर्व बैंक द्वारा घोषित पुनर्गठन- 2 योजना की प्रगति की समीक्षा किए जाने की उम्मीद है। इसके अलावा आपात कर्ज सुविधा गारंटी योजना (ईसीएलजीएस) की भी समीक्षा की जाएगी। सरकार के विभिन्न प्रयासों से बैंकों का फंसा कर्ज 31 मार्च, 2021 को घटकर 6,16,616 करोड़ रुपए पर आ गया। 31 मार्च, 2020 को यह आंकड़ा 6,78,317 करोड़ रुपए था। वहीं 31 मार्च, 2019 को 7,39,541 करोड़ रुपये पर था।
कोरोना महामारी के बाद बैंकों की खराब स्थिति को ठीक करने के लिए सरकार ने कई प्रयास किए। अब लॉकडाउन खुलने के बाद धीरे-धीरे बैंकों की स्थिति में सुधार शुरू हो गया है।