सरकार से खफा है बंजारा समाज

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सरकार द्वारा विमुक्त घुमक्कड़ समाज के लिए कार्य करने की बात तो की जाती है लेकिन उसे अमलीजामा नहीं पहनाया जा रहा है जिसके कारण विमुक्त घुमक्कड़ समाज के लोगों में सरकार के प्रति काफी रोष व्याप्त है। 31 अगस्त को विमुक्त दिवस के रूप में मनाया जाता है इस दिन विमुक्त घुमक्कड़ एवं अर्द्ध घुमक्कड़ समाज के उत्थान के लिए कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है लेकिन इस वर्ष उसे छोटे से कार्यक्रम के रूप में सीमित कर दिया गया, जिसको लेकर विमुक्त घुमक्कड़ समाज के लोगों ने शासन प्रशासन के प्रति नाराजगी व्यक्त की।

आपको बताये कि विमुक्त घुमक्कड़ एवं अर्द्ध घुमक्कड़ कल्याण विभाग द्वारा 31 मार्च को विमुक्त दिवस के अवसर पर पिछड़ा वर्ग कन्या छात्रावास में कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें गीत भाषण कविता पाठ एवं लोक नृत्य का आयोजन किया गया। इस दौरान विमुक्त समाज के लोगों ने अपने विचार भी रखें। इस कार्यक्रम में जिले के दूरवर्ती इलाकों से भी लोग पहुंचे और अपने समाज के कार्यक्रम में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कराई लेकिन उन लोगों में इस बात का मलाल देखा गया कि सरकार द्वारा उनके समाज के हित में कुछ नहीं किया जा रहा है।

कार्यक्रम संपन्न होने के बाद विमुक्त घुमक्कड़ समाज के लोग कलेक्टर कार्यालय पहुंचे जहां उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा और विमुक्त घुमक्कड़ जनजाति के छात्र छात्राओं के लिए जिला स्तर पर छात्रावास भवन बनाए जाने, विमुक्त घुमक्कड़ जनजाति को संपूर्ण मध्यप्रदेश में पोर्टल पर अंकित किए जाने, पूर्व में दिए गए जाति प्रमाण पत्र में किसी भी वर्ग का उल्लेख नहीं होने के कारण शासकीय नौकरी में लाभ नहीं मिलने तथा जिला स्तर पर सामुदायिक भवन की सुविधा दिए जाने की मांग की गई है।

कार्यक्रम में पहुंचे बंजारा समाज के गणपत सिंह राठौर ने बताया कि विमुक्त दिवस के उपलक्ष्य में कार्यक्रम में वे शामिल हुए थे। उनके समाज के छात्र छत्राओं को कक्षा पहली से पांचवी तक एवं पांचवी से बारहवीं तक छात्रवृत्ति सुविधा तथा छात्रावास मिलना था लेकिन यह सुविधा नहीं मिल पा रही है। घुमक्कड़ जाति का प्रमाण पत्र दिया गया पर उसका भी लाभ नहीं मिल रहा है।

विमुक्त घुमक्कड़ समाज के जिला अध्यक्ष स्वरूप चौहान ने बताया कि यहां विमुक्त दिवस का कार्यक्रम किया गया लेकिन वह बहुत छोटे स्तर पर हुआ, आने वाले समय में बड़े स्तर पर किया जाएगा। इस समाज के उत्थान के लिए हम प्रयास करते हैं पर हमको इधर उधर उलझा दिया जाता है इस कारण लाभ नहीं ले पाते। अभी तक हमें आरक्षण नहीं दिया गया आसपास के प्रदेशों में आरक्षण मिल रहा है मध्यप्रदेश में ही यह समाज पिछड़ा हुआ है, सरकार द्वारा उनके समाज को भी सुविधा दी जानी चाहिए ताकि बंजारा समाज का उत्थान हो।

बाईट – स्वरूप चौहान जिलाध्यक्ष विमुक्त घुमक्कड़ समाज

वही बंजारा समाज के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष कुंवर सिंह लाखा ने कहा कि विमुक्त दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को आनन-फानन में मनाया गया, इसे शासकीय कार्यक्रम का रूप दिया गया। दुख की बात यह है कि दूसरे समाज के भवन बन गए छात्रावास बन गया मगर इस समाज को कोई लाभ नहीं मिला। हम चाहते हैं शासन से समाज का सभागृह और एक छात्रावास बनाया जाए जिसके माध्यम से बच्चों को लाभ मिल सके हमें जगह दिया जाना चाहिए। इसी प्रकार जो प्रमाण पत्र दिया गया वह भद्दा मजाक है जिस प्रमाण पत्र से नौकरी ही नहीं मिलेगी तो उस प्रमाण पत्र का क्या औचित्य रहेगा। चुनाव जब आता है तब घुमक्कड़ जनजाति याद आती है बंजारा समाज को अब तक झूठा प्रलोभन ही दिया जाता रहा है, अब अगर बंजारा समाज के हित में ध्यान देते हुए सुविधा प्रदान नहीं की गई तो बंजारा समाज द्वारा चुनाव का बहिष्कार किया जाएगा। बालाघाट से शुरुआत हो चुकी है घुमक्कड़ जनजाति को आरक्षण नहीं दिया गया तो हमारा समाज मध्यप्रदेश में चुनाव का बहिष्कार करेगा।

वही कार्यक्रम में मौजूद पिछड़ा वर्ग अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की सहायक संचालक अंजना जैतवार ने बताया कि शासन की मंशा के अनुसार 31 अगस्त को विमुक्त दिवस के रूप में मनाया गया। शासन द्वारा विमुक्त घुमक्कड़ अर्ध घुमक्कड़ जनजाति के लिए जो योजनाएं चलाई जा रही है उनकी जानकारी हेतु संगोष्ठी या सम्मेलन का प्रथम बार यह आयोजन हुआ है। वही इनके हित में जो योजनाएं चल रही है उनमें चाहे छात्रवृत्ति योजना हो सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना, बस्ती विकास योजना जैसी अन्य योजनाओं के माध्यम से लाभ दिया जा रहा है।

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