ग्वारीघाट थाना अंतर्गत सराफा व्यापारी को उसके ही मामा के लड़कों ने अपने जाल में पंâसाया और ९० लाख रुपये ठग लिये. जब व्यापारी ने पैसे मांगे तो जान से मारने की धमकी देने लगे. परेशान व्यापारी ने जहर खाकर आत्महत्या का प्रयास किया, लेकिन किसी तरह उसकी जान बच गई. पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच में लिया है. ग्वारी घाट थाने से प्राप्त जानकारी के अनुसार पटेल मोहल्ला रामपुर में रहने वाले ३८ वर्षीय वरुण पटेल ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसके मामा कन्छेदी पटेल का लड़का मुकुल गोरखपुर में एक्सपोज नाक से कपड़े की दुकान संचालित करता था। जिसे बंद करने के बाद मुकुल ने वरुण से ज्वेलरी शॉप खोलने की इच्छा जाहिर करते हुए ५० लाख से १ करोड़ रुपए रुपए उधार मांगे। वरुण ने नगद न होने की बात कहते हुए मुकुल से कहा कि वह उसे नगद तो नहीं दे सकता, लेकिन काम शुरु करने सोने-चांदी का स्टॉक दे सकता है। जिसके बाद वरुण ने मुकुल को १ किलो ७०० ग्राम सोना और करीब १५ कि लो चांदी दी, जिसका मूल्य ८५ से ९० लाख रुपए था। २५ फरवरी २०२२ को वरुण ने जब मुकुल से जब स्टॉक की कीमत मांगी तो उसने ९० लाख रुपए का चेक दे दिया, जो कि बाउंस हो गया। इसके बाद १ अप्रैल २०२२ को ग्वारीघाट स्थित दक्षिण मुखी हनुमान मंदिर के पास वरुण की मुकुल और मोहित से मुलाकात हुई और रुपयों की बात करते ही दोनों भाई भड़क गए। मुकुल और मोहित ने उसे डराया- धमकाया और दोबारा रुपए मांगने पर घर से उठवाकर जान से मारने की चेतावनी भी दी। अपने भाईयों द्वारा दिए गए इस धोखे को वरुण सहन नहीं कर पाया और ४ अप्रैल को उसने सुसाइड नोट लिखकर आत्महत्या का प्रयास किया. जिसकी इलाज के दौरान किसी तरह जान बच सकी. पुलिस मामले की जांच कर रही है.