सर्दी जुकाम से पीड़ित नवजात बच्चे की उपचार के दौरान मौत

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बालाघाट(पदमेश न्यूज़ )
शनिवार की सुबह नगर के हनुमान चौक पर स्थित एक निजी अस्पताल (लाइफ केयर हॉस्पिटल) में उस वक्त हंगामा मच गया ।जब अस्पताल में भर्ती सर्दी जुकाम से पीड़ित एक नवजात बच्चे की उपचार के दौरान मौत हो गई। जहां बालक की मौत होने पर परिजनों ने हंगामा मचाते हुए अस्पताल प्रबंधन पर समय पर सही उपचार न करने औऱ ईलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए हंगामा मचाया। तो वहीं उन्होंने डायल हंड्रेड में फोन कर पुलिस बुला ली। इधर मृतक नवजात बालक के परिजन चिकित्सकों पर उपचार न करने, कार्य में लापरवाही बरतने का आरोप लगा रहे हैं तो उधर संबंधित चिकित्सक द्वारा कार्डिक अटैक से बालक की मौत होना बताया जा रहा है। बहरहाल इस पूरे मामले में पुलिस द्वारा दोनों पक्षों की बात सुनकर मामले की जांच शुरू कर दी गई है।

16 सितंबर को हुआ था सर्दी-जुखाम
प्राप्त जानकारी के अनुसार नवजात बालक की उम्र महज 2 माह थी।बताया जा रहा है कि 16 सितंबर को बालक को सर्दी-जुखाम हुआ था। जिस पर उन्होंने हनुमान चौक स्थित एक निजी अस्पताल (लाइफ केयर अस्पताल) के चिकित्सक डा. राहुल बोरकर को बालक को दिखाया था। जिस पर उन्होंने तीन दिन की दवा दी थी। इसके बाद भी बालक के स्वास्थ्य में कोई सुधार नहीं हुआ।जिसपर बालक अक्षित के पिता अरविंद छिपेश्वर ने पुनः उक्त चिकित्सक को दिखाया। जहां अत्यधिक सर्दी जुकाम और निमोनिया के लक्षण समझ आने पर चिकित्सक की सलाह पर नवजात बच्चे को अस्पताल के शिशु वार्ड में भर्ती कराया गया था।जहा उसका उपचार किया जा रहा था। जिसकी आजकल सुबह अचानक मौत हो गई।

परिजनों की भीड़ व हंगामा देख मौके पर जमा हुए चिकित्सक
अस्पताल प्रबंधन व चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाकर जमकर हंगामा मचाने व कार्रवाई की मांग को लेकर लोगों की जमा हो रही भीड़ को देखकर अस्पताल में कुछ देर के लिए हड़कंप मच गया जिसकी जानकारी लगने पर बड़ी संख्या में निजी चिकित्सक व संगठन के चिकित्सक हनुमान चौक स्थित निजी हॉस्पिटल(लाइफ केयर अस्पताल) में मौके पर पहुंचे और चिकित्सक के समर्थन में खड़े हुए। इसी दौरान 100 डायल पुलिस व कोतवाली पुलिस का बल भी मौके पर पहुंच गया और अलसुबह 3.30 बजे के बाद के सीसीटीवी फुटेज परिजनों को दिखाने के साथ ही अन्य आवश्यक कार्रवाई को पूरा किया गया हैं।

लापरवाही से हुए है बच्चे की मौत-अरविंद
अस्पताल में मचे हंगामें और इस पूरे मामले को लेकर की गई चर्चा के दौरान दो माह के नवजात बालक अक्षित के पिता अरविंद छिपेश्वर ने बताया कि उनका बेटा को सर्दी जुकाम हो गया था जिस पर उन्होंने इस निजी अस्पताल में बच्चों को उपचार के लिए भर्ती कराया था। उन्होंने बताया कि रात में बालक को गहन चिकित्सका ईकाई यूनिट में रखा गया था। यहां पर रात करीब 3.30 बजे तक बालक खेलता हुआ सीसीटीवी फुटेज में दिखाई दे रहा है। जिसके बाद करीब 5 से 5.30 के बीच उन्हें बताया गया कि बालक की मौत हो गई हैं। उन्होंने कहा कि 3.30 के बाद की सीसीटीवी फुटेज भी उन्हें दिखाई नहीं गई थी। जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि लापरवाही के कारण ही बालक की मौत हो गई है। जिसकी शिकायत हमने पुलिस से की हैं।

कार्डिक अटैक से हुई है बालक की मौत -राहुल बोरकर
इस पूरे मामले को लेकर की गई चर्चा के दौरान निजी अस्पताल (लाइफ केयर हॉस्पिटल)शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ राहुल बोरकर ने बताया कि बालक को सर्दी, खांसी व सांस लेने में तकलीफ होने पर मेरे द्वारा की तीन दिन की दवा दी गई थी। इसके बाद भी जब वह स्वस्थ्य नहीं हुआ तो उसे अस्पताल में भर्ती कर उसकी जांच किए जाने पर उसे निमोनिया निकला था। जिसके बाद उसे अस्पताल के शिशु कक्ष में भर्ती किया गया था। रात करीब दस बजे बालक को कार्डिक अटैक आने पर आवश्यक प्रक्रियाओं को पूर्ण कर उसे गहन चिकित्सा ईकाई में भर्ती कर उसका उपचार किया गया था। जिसके कारण उसमें सुधार की स्थिति देखने को मिली थी, लेकिन सुबह करीब पांच बजे पुन: कार्डिक अटैक आने पर आवश्यक प्रक्रिया को पूर्ण किया गया लेकिन बालक की मौत हो गई थी। इस क्रिटिकल स्थिति के लिए परिजनों को अवगत भी कराया गया था। उन्होंने बताया कि उपचार में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती गई है

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