सर्राटी जलाशय में मत्स्य खेट का जारी किया जाए पट्टा

0

बालाघाट (पदमेश न्यूज़)
सर्राटी जलाशय में मत्स्यखेट पट्टे के लिए चल रहे विवाद के बीच अब मिलन मछुआ सहकारी समिति टेकाड़ी ने पुनः उनकी समिति को मत्स्यखेट के लिए 10 वर्षीय पट्टा प्रदान किए जाने की मांग की है। जिन्होंने अपनी इस मांग को लेकर सोमवार को जिला पंचायत में एक ज्ञापन सौपा है।जिसमें उन्होंने पट्टे की प्रक्रिया को यथाशीघ्र पूरी कर उनकी मिलन मछुआ समिति टेकाड़ी को तत्काल पट्टा आवंटित किए जाने की गुहार लगाई है। जिन्होंने सौंपे गए इस ज्ञापन में बार-बार आवेदन निवेदन करने पर भी उनकी समिति को पट्टा न दिए जाने का आरोप लगाते हुए, उन्होंने पट्टा ना मिलने पर समिति के सभी 72 सदस्यों के बेरोजगार होने का हवाला दिया है, तो वहीं उन्होंने जल्द से जल्द पट्टा आवंटन की प्रक्रिया पूरी न होने, औऱ उन्हें पट्टा आवंटित ना करने पर समिति द्वारा परिवार के सभी 700 से अधिक सदस्यों के साथ भूख हड़ताल किए जाने चेतावनी दी है।

बेरोजगारी का सामना कर रहे समिति के सभी सदस्य
मिलन मछुआ सहाकरी समिति के अंशधारी सदस्यो ने बताया कि हमारे द्वारा संस्था में कार्य करते हुये 20 से 25 वर्ष हो चुके है,हम सदस्यों द्वारा सर्राटी जलाशय में मत्स्याखेट कार्य कर जलाशय की पट्टा राशि समय-समय पर जिला पंचायत कार्यालय में जमा की जा चुकी है, एवं वर्तमान में संस्था पर किसी प्रकार का शासकीय लेन-देन नही है।वर्तमान समय में संस्था में जीवित 72 सदस्य है, वही विगत माह 30 जून को सर्राटी जलाशय का पट्टा समाप्त हो चुका है, संस्था द्वारा आवेदन करने के बावजूद अभी तक जलाशय का पट्टा संस्था को उपलब्ध नही हो पाया है, जिससे हम समिति के सदस्यों को बेरोजगारी का सामना करना पड रहा है,अधिकांश सदस्यों को रोजगार उपलब्ध नही होने कारण भूखमरी जैसी समस्या उत्पन्न हो गयी है। हमारी मांग है उक्त सर्राटी जलाशय का मिलन मछुआ सहकारी समिति मर्या० टेकाडी को जल्दी से जल्दी पटटा प्रदान किया जाए। जिससे तालाब में समय रहते मछली बीज संचय किया जा सके जिससे सदस्यों को रोजगार उत्पन्न हो सके। यदि ऐसा नहीं किया जाता तो समिति सदस्यों और उनके परिजनों द्वारा सामूहिक रूप से भूख हड़ताल की जाएगी।

तो आंदोलन कर भूख हड़ताल की जाएगी,- सदस्यगण
ज्ञापन को लेकर की गई चर्चा के दौरान मिलन मछुआ सहकारी समिति सदस्य कमलेश शांडिल्य और राजकुमार भारती ने बताया कि अन्य लोगों की पूर्व से ही समिति है लेकिन वह अब टेकाड़ी समिति में जुड़ना चाहते है, जबकि टेकाड़ी समिति में पूर्व से ही सदस्यों की संख्या पर्याप्त है। उन्होंने कहा कि मिलन मछुआ सहकारी समिति के सदस्यों का एकमात्र साधन मत्स्याखेट है, जिससे समिति से जुड़े सदस्य, अपने परिवार का जीविकोपार्जन करते हैे, लेकिन कुछ बिचौलिए और असामाजिक तत्व, समिति को नुकसान पहुंचाने की मंशा से आंदोलन और मीडिया को गलत जानकारी दे रहे है। जबकि नियमानुसार समिति के कार्यक्षेत्र के मछुआरों को ही समिति का सदस्य बनाया जाता है, जिसका पालन मिलन मछुआ सहकारी समिति मर्यादित टेकाड़ी कर रही है, ऐसे सदस्य जो समिति के ग्राम अंतर्गत आते है, उन्हें शामिल किया जा सकता है लेकिन कुछ लोग, बाहरी लोगों से मिलकर सदस्य नहीं बन रहे है बल्कि समिति का परिसमापन कराने का प्रयास कर रहे है। जो गलत है और हम इसका विरोध आंदोलन के माध्यम से करेंगे। कोई आवश्यकता पड़ने पर सभी सदस्यों और उनके परिजनों के द्वारा सामूहिक रूप से भूख हड़ताल की जाएगी।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here