सहकारिता समिति के कर्मचारियों के द्वारा नियमिततीकरण, सरकारी कर्मचारियों की तरह मानदेय सहित विभिन्न मांगों को लेकर प्रांतीय आव्हान पर गत ६ मई से अनिश्चितकालीन हड़ताल की जा रही है जिससे सहकारिता विभाग से संबंधित कार्य जैसे पीडीएस के माध्यम से राशन वितरण, चना, गेंहू खरीदी, खाद बीज का क्रय, रूपयों के लेन-देन सहिन अन्य कार्य प्रभावित हो चुका है और सेवा सहकारी समिति व उचित मूल्यों की दुकानों में ताला लटका देखकर राशन लेने पहुंच रहे गरीबों एवं रूपये निकलने व जमा करने आ रहे ग्रामीणजनों को बैरंग वापस होना पड़ रहा है। आपकों बता दे कि सेवा सहकारिता विभाग में पदस्थ कर्मचारियों के द्वारा लंबे समय से सरकार से वेतन विसंगति, नियमितिकरण, वेतनवृध्दि सहित अन्य मांगों को पूरा किये जाने की मांग कर रहे है परन्तु उनकी मांगे पूरी नही की जा रही है जिससे कर्मचारियों में आक्रोश व्याप्त है और अपनी विभिन्न मांगों को पूरा करवाने के लिए गत ६ मई से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दिये है। जिसके कारण बालाघाट जिला सहित लालबर्रा विकासखण्ड के कर्मचारी सेवा सहकारी समिति व उचित मूल्यों की दुकानों में तालाबंदी कर हड़ताल पर चले गये है किन्तु जिन लोगों को कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने की जानकारी नही होने के कारण वे राशन लेने उचित मूल्य की दुकान पहुंच रहे है परन्तु दुकान में ताला लटका देखकर बैरंग वापस हो रहे है। चर्चा में कर्मचारियों ने बताया कि विगत कई वर्षाें से हमारे द्वारा अपने प्रदेश स्तर के संगठन के साथ मिलकर अपनी जायज को लेकर सरकार के विरूध्द धरना प्रदर्शन व आंदोलन के माध्यम से अपनी मांगों को पूरा करवाने का प्रयास किया जा रहा है परंतु हर बार सरकार के द्वारा हमेें आश्वासन ही दिया जाता रहा है इसलिए इस बार आरपार की लड़ाई लडऩे के लिए ६ मई से अनिश्चितकालीन हड़ताल प्रारंभ किये है, जल्द ही मांगे पूरी नही की गई तो भव्य रूप में आंदोलन करने बाध्य होगें।
राशन दुकानों से बैरंग लौट रहे उपभोक्ता
सहकारिता कर्मचारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल के चलते जहां एक ओर सेवा सहकारी समिति एवं उचित मूल्यों की दुकानों में तले लटक रहे है। सहकारिता विभाग के कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने के कारण उचित मूल्यों की दुकानों से राशन का वितरण भी नही किया जा रहा है जिससे उचित मूल्य की दुकानों में राशन लेने पहुंच रहे उपभोक्ताओं को बिना राशन लिये ही बैरंग अपने घर लौटना पड़ रहा है। कर्मचारियों के द्वारा अनिश्चितकालीन हड़ताल की जा रही है जिससे ऐसा लग रहा है कि इस माह गरीबों को राशन का वितरण नहीं हो पायेगा। ऐसी स्थिति में जिन गरीबों का परिवार का खाना शासन से मिलने वाली राशन से बनता है उनके सामने विकट समस्या खड़ी हो चुकी है और वे मानसिक रूप से परेशान है। वहीं सहकारिता विभाग के कर्मचारियों का कहना है कि सहकारी संस्था के कर्मचारियों के द्वारा शासन की विभिन्न महत्वपूर्ण योजनाओं का क्रियान्वयन कर लोगों को इसका लाभ पहुंचाने का कार्य करने के साथ चना, गेंहू, धान सहित विभिन्न फसलों की खरीदी, ऋण वितरण, ऋण वसूली, पीडीएस के माध्यम से गरीबों को राशन का वितरण सहित अन्य कार्य शासन के निर्देशों का पालन करते हुए किया जाता है परंतु उसके बाद भी शासन के द्वारा हमारी जायज मांगों को पूरा नही किया जा रहा है जिससे सभी कर्मचारियों में सरकार के प्रति आक्रोश व्याप्त है।
दूरभाष पर चर्चा में म.प्र. सहकारी समिति कर्मचारी महासंघ लालबर्रा के सचिव सुभाष बोपचे ने बताया कि सहकारिता विभाग के कर्मचारी लंबे समय से नियमितीकरण, वेतन वृध्दि एवं पीडीएस योजना के तहत राशन वितरण में आ रही परेशानियों को दूर करने सहित अन्य मांगों को लेकर लड़ाई लड़ते आ रहे है परन्तु सरकार पूरी नही कर रही है इसलिए सहकारिता विभाग महासंघ के प्रांतीय आव्हान दपर गत ६ मई से अनिश्चितकालीन हड़ताल कर रहे है और जब तक मांगे पूरी नही होती यह हड़ताल निरंतर जारी रहेगी।