समर्थन मूल्य पर गेहूॅ, चना, सरासो की खरीदी पर सेवा सहकारी समितियों के कर्मचारियों के हड़ताल पर होने की वजह से काफी प्रभाव पड़ रहा है। केन्द्र में जो भी किसान आ रहे है वे अपनी उपज की सूचना के अभाव में जगवाली करते हुये दिख रहे है। किसानों का साफ तौर पर कहना है कि हम लोग दूर दूर से खरीदी केन्द्र पहुॅच रहे है मगर कर्मचारी अधिकारियों की हड़ताल की वजह से हमें परेशान होना पड़ रहा है। वही केन्द्र में हमाली करने वाले हमालों के सामने भी रोजी रोटी का संकट आ गया है। ऐसे में हमाल व किसान दोनों ही वर्ग ने शासन से यह मांग की है कि सहकारी कर्मचारी अधिकारियों की जो मांग है उसे शीघ्र पूर्ण कर समर्थन मूल्य पर खरीदी कार्य प्रारंभ किया जाये ताकि जहा उन्हे रोजगार मिले वही किसान अपनी अगली फसल की तैयारी कर सके।
गौरतलब है किसमर्थन मूल्य पर गेहूॅ, चना, सरसो की खरीदी कार्य १ अप्रैल से प्रारंभ हुआ है। जिसकी समाप्ति की तिथी २५ मई है। ऐसे में सहकारिता महासंघ के बैनर तले ६ मई से अपनी नियमिति करण सहित अन्य मांगो को लेकर हड़ताल पर है। यह अनिश्चितकालीन हड़ताल है जो कब समाप्त होगी किसी को नही पता है। मगर सूत्र बताते है कि सहकारिता कर्मचारियों की इस हड़ताल पर शासन भी गंभीर है और शीघ्र ही इस हड़ताल को समाप्त करने की कवायद में जुट गया है।
पद्मेश को जानकारी देते हुये कृषक पुरूषोत्तम पटले दिनेरा वासी ने बताया कि १७ मई को अपनी चना उपज बेचने खरीदी केन्द्र तुमाड़ी के वेयर हॉऊस आये थे। जहां उन्हे सहकारिता कर्मचारियों की हड़ताल के बारे में जानकारी लगी। मगर वे उपज लेकर आ चुके थे जिसे वापस लौटाना संभव नही समझकर उन्होने वेयर हॉऊस के मालिक से चर्चा कर अपनी उपज को सुरक्षित रखवा दिया है। अब इस उपज की खरीदी कब होगी उन्हे मालूल नही है। हालांकि जिस वेयर हॉऊस को केन्द्र बनाया गया है उस केन्द्र में छॉव भी है पानी पीने की भी पर्याप्त व्यवस्था है। वे प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान से यह मांग करते है कि वे सहकारिता कर्मचारियों की मांग पर गंभीरता पूर्वक विचार कर उनकी मांगे पूर्ण करे ताकि हमारे जैसे कृषकों को भी अपनी उपज बेचने में यह तकलीफ न छेलनी पड़े। श्री पटले ने बताया कि जब से वे केन्द्र में आये है तो करीब १५ किसान बगैर उपज बेचे लौट चुके है।
वही समर्थन मूल्य पर धान खरीदी केन्द्र में हमाली करने वावले हमाल सुरेन्द्र कावरे ने बताया कि करीब १० दिन हो गये उन्होने अपने घर पर पर्याप्त मजदूरी जो मिलती थी उसे नही लेकर गये है। हमारा कार्य बारदानों की सिलाई, उनकी उठाई सहित कई कार्य थे मगर अब इस कार्य से सहकारिता कर्मचारियों की हड़ताल की वजह से हम वंचित हो गये है। हम प्रतिदिन इसी आशा के साथ आते है कि हड़ताल समाप्त हो गई होगी और हमें बेहतर रोजगार मिल जायेगा। मगर ऐसा नही हो पा रहा है। महंगाई का यह दौर है पूरे परिवार की जबावदारी उनके कंधे पर ही है। ऐसे में हड़ताल शीघ्र समाप्त होना चाहिये ताकि किसान व हम हमालों को राहत मिल सके।
इनका कहना है –
दूरभाष पर बताया कि सहकारिता कर्मचारियों की हड़ताल है जिनके कारण खरीदी कार्य बंद है हड़ताल समाप्त होते ही खरीदी कार्य प्रारंभ हो जायेगा।
महेश पंचेश्वर
प्रबंधक सेवा सहकारी समिति कायदी