सांची के टैंकरों से दूध की चोरी रोकने के लिए अब डिजिटल लाक और ट्रेकिंग सिस्टम

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मध्यप्रदेश राज्य सहकारी दुग्ध महासंघ ने प्रदेश में सांची दूध के टैंकरों से दूध की चोरी और इसमें पानी मिलाने की घटनाओं को रोकने के लिए नया तरीका अपनाया है। इसके लिए प्रदेश के सभी दुग्ध संघों के 155 टैंकरों में डिजिटल लाक, व्हीकल ट्रेकिंग सिस्टम और पीएच सेंसर लगाए जा रहे हैं। डिजिटल लाक को ओटीपी आधारित बलूटूथ चाबियों से ही खोला जा सकेगा। इंदौर सहकारी दुग्ध संघ के टैंकरों में भी डिजिटल लाक लगाए जा रहे हैं।

सेंधवा क्षेत्र से लाए जा रहे दूध के टैंकर की सील तोड़कर इसमें से दूध निकालने की घटना हाल ही में सामने आई थी। इसके बाद दुग्ध संघ ने अपने टैंकरों का निगरानी सिस्टम और मजबूत करने की तैयारी की है। अलग-अलग जिलों की दूध उत्पादक संस्थाओं और केंद्रों से टैंकरों के जरिए दूध संयंत्र तक लाने के लिए टैंकरों का उपयोग किया जाता है।

महासंघ और संघ को शिकायतें मिलती रहती हैं कि इन टैंकरों पर चलने वाले ड्राइवर और परिचालक बाहरी लोगों से मिलकर रास्ते में टैंकर की सील तोड़कर दूध निकालकर इसमें दूध की जगह कुछ मात्रा में पानी डाल देते हैं। इससे दूध की गुणवत्ता पर असर पड़ता है। ऐसी घटनाओं को देखते हुए ही दुग्ध महासंघ ने टैंकरों पर डिजिटल लाक लगाने का फैसला किया है, ताकि कोई इस लाक को रास्ते में खोल नहीं सकेगा।

मध्यप्रदेश देश का संभवत: पहला राज्य होगा जहां दुग्ध महासंघ द्वारा दूध की उच्च गुणवत्ता बनाए रखने के लिए यह पहल की जा रही है। दुग्ध महासंघ के प्रबंध संचालक शमीमुद्दीन ने बताया कि यह सुनिश्चित करने के लिए कि टैंकर अधिकृत व्यक्ति द्वारा निर्धारित स्थान पर ही खोला जा रहा है, दूध टैंकरों में इनलेट और आउटलेट पर उच्च गुणवत्ता के आइपी-68, इएन-16864, सीइएन-4 सर्टिफाइड मेकट्रॉनिक्स डिजिटल लाक लगाए जाएंगे। यह लाक वाटरप्रूफ होंगे और 20 से 65 डिग्री सेल्सियस के तापमान पर कार्य कर सकेंगे। इन डिजिटल लाक में 128 बिट इन्क्रिप्शन होगा, जिन्हें ओटीपी आधारित ब्लूटूथ चाबियों से ही खोला जा सकेगा।

छेड़छाड़ की तो सक्रिय होगा एलर्ट

टैंकर निगरानी का पूरा कार्य साफ्टवेयर के माध्यम से प्रदेश में चार स्थानों पर स्थापित नियंत्रण कक्ष द्वारा नियंत्रित किया जाएगा। टैंकरों के संचालन की ट्रेकिंग व्हीकल ट्रेकिंग सिस्टम के जरिये की जाएगी। इससे टैंकर निर्धारित मार्ग से हट नहीं सकेंगे। टैंकर के पूर्व निर्धारित मार्ग से हटने, पूर्व निर्धारित समिति के अतिरिक्त अन्य स्थान पर पर खड़े होने अथवा छेड़छाड़ किए जाने की स्थिति में संबंधितों को एलर्ट जारी होंगे। संबंधित अधिकारी मोबाइल एप के माध्यम से टैंकरों के परिचालन पर निगरानी रखेंगे। पीएच सेंसर से दूध में पानी अथवा किसी भी ची की मिलावट होने पर पता लग जाएगा।

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