यदि आपने भी इंश्योरेंस पालिसी ले रखी है और आपको इंश्योरेंस कंपनी के नाम से किसी अज्ञात व्यक्ति का फोन आता है तो आप भी सावधान हो जाइए क्योंकि अब साइबर क्राइम से जुड़े लोग इंश्योरेंस पॉलिसी का डेटा उपयोग कर लोगो के बैंक खाली कर रहे हैं।
इस तरह का खुलासा बालाघाट पुलिस ने मंगलवार को पुलिस कंट्रोल रूम में आयोजित एक पत्रकार वार्ता में किया है लगातार बढ़ते जा रहे साइबर अपराध के मामलों में विवेचना करते हुए बालाघाट पुलिस ने साइबर क्राइम से जुड़े अंतरराज्यीय गिरोह के 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिनके पास से पुलिस ने 8 लाख रु नगद ,मोबाइल फोन, पासबुक, आईफोन, एटीएम कार्ड, सहित 13 लाख रुपए की विभिन्न सामग्रियां की है।
गिरफ्तार किए गए सभी आरोपी इंशुरेंस कम्पनी के डेटा का उपयोग कर लोगों के बैंक खाते खाली करते थे।
गिरफ्तार किए गए आरोपी में कुछ आरोपी इंश्योरेंस कंपनी से जुड़े बताए गए हैं। जिन्हें पुलिस ने मलाजखंड में पॉलिसी के जमा पैसे देने के नाम पर एक महिला के खाते से 6 लाख 25हजार रु निकालने के आरोप में गिरफ्तार किया है। जिनसे पूछताछ करने पर आरोपियों ने धोखाधड़ी करने के लिए एक गिरोह का संचालन करने, और कई लोगों के बैंक खाते खाली करने का जुर्म कुबूल किया है। जिन्हें गिरफ्तार कर पुलिस ने धोखाधड़ी धारा420, 66(सी)66(डी आईटी एक्ट सहित अन्य संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर न्यायालय में पेश किया जहां से उन्हें जेल भेजा गया है ।
लेफ्स इंश्योरेंस पॉलिसी का पैसा देने, ऑनलाइन धोखाधड़ी करने, फर्जी बैंक खाते खोलकर पैसों का आहरण करने ,ऑनलाइन बैंकिंग और साइबर फ्रॉड कर लोगों के बैंक खाते खाली कर करोड़ों रुपए की चपत लगाने के इस मामले में पुलिस ने अंतरराज्यीय गिरोह के 2 सरगना सहित कुल 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया है जिसमें गाजियाबाद बसुंदरा निवासी 25 वर्षीय खुशरंग और कमरुल हसन, उत्तरप्रदेश गौतम नगर निवासी 29 वर्षीय जितेंद्र कुशवाहा , हरियाणा रोहतक आर्यनगर निवासी 29 वर्षीय रोहित उर्फ सहवारा आरव, राजस्थान नागौर निवासी 28 वर्षीय मुकेश सौरठ, नोएडा गौतम नगर निवासी 31 वर्षीय राहुल उपाध्याय, उत्तर प्रदेश आगरा निवासी 21 वर्षीय लवकुश कुशवाहा , उत्तर प्रदेश दादरी निवासी 25 वर्षीय योगेंद्र राघव और गाजियाबाद खोड़ा कॉलोनी निवासी 26 वर्षीय बाबू उर्फ कार्तिक केवट को गिरफ्तार कर लिया गया, जितेंद्र और बाबू उर्फ कार्तिक इस गिरोह के सरगना बताए गए हैं।