वारासिवनी(पद्मेश न्यूज)। वारासिवनी जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत सावंगी में नल जल योजना पूरी तरह ढ़प्प पड़ी हुई है। जहां पर पानी टंकी शोभा की सुपारी बनी हुई है तो वहीं ग्रामीणजन योजना के लाभ से वंचित नजर आ रहे हैं। जहां पर जनता को लाभ देने के लिए शासन के द्वारा १६ वर्ष पूर्व वर्ष २००८ में लाखो रुपये की योजना स्वीकृति की गई थी परंतु वह डेढ़ दशक से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी बंद पड़ी हुई है। पानी टंकी केवल ग्राम में योजना के नाम पर शोभा बढ़ा रही है जिसका लाभ ग्रामीणों को पहुंचाने के लिए विभाग के द्वारा वर्तमान तक पर्याप्त व्यवस्था नहीं बनाई गई है। जिसका कारण है कि योजना बंद पड़ी हुई है ग्रामीणों को कुएँ ,हैंडपंप और ग्राम के बाहर १ किलोमीटर की दूरी तय कर पानी प्राप्त करना पड़ रहा है। यह स्थिति पुरे ग्राम पंचायत सावंगी की बनी हुई है जिसको लेकर ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। जिनके द्वारा नल जल योजना का सफ ल क्रियान्वयन करने की मांग लोक स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग से की जा रही है।
नल जल योजना बंद रहने से ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त
प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत सावंगी में पानी की किल्लत पहले से बनी हुई है जहां पर पूरे ग्राम में खारा पानी उपस्थित है। मीठा पानी के लिए ग्रामवासियों को संघर्ष कर एक किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करनी पड़ती है। जिसको देखते हुए प्रदेश सरकार के द्वारा वर्ष २००८ में नल जल योजना ग्राम के लिए स्वीकृत की गई थी। जहां पर ठेकेदार के माध्यम से करीब वर्ष २०१२ में पानी टंकी का निर्माण कर ग्राम में पाइपलाइन का विस्तार किया गया था। इसके बाद पाइपलाइन को पानी टंकी से जोडऩे के लिए रेलवे क्रॉसिंग होने से रेलवे की अनुमति के बाद इसे जोड़ा गया। किन्तु वर्तमान में वर्ष २०२५ चल रहा है फि र भी योजना का कार्य पूर्ण नहीं हो पाया है ना ही पंचायत के सुपुर्द की गई है और ग्रामीणों को लाभ भी नहीं मिल रहा है। जिसमें हर बार की तरह अधिकारियों के द्वारा सोर्स ढूंढने की बात कही जा रही है जिसको लेकर ग्रामीणजन काफ ी परेशान है कि स्वीकृति के १६ साल पूर्ण होने के बाद भी योजना पूर्ण नहीं हो पाई है। जिससे ग्रामीणों में विभाग के प्रति आक्रोश व्याप्त है वहीं उनके द्वारा जल्द ग्रामीणों को नल जल योजना के माध्यम से पानी उपलब्ध कराने की मांग की जा रही है।
वर्ष २००८ में मेरे कार्यकाल में नल जल योजना स्वीकृत हुई थी-लोकचंद ठाकरे
पूर्व सरपंच लोकचंद ठाकरे ने बताया कि ग्राम सावंगी में आज नहीं पहले से पानी की किल्लत है खारे पानी से लोग काम चला रहे है। मीठा पानी लेने के लिए गांव के बाहर जाना पड़ता है जिसके लिए वर्ष २००८ में मेरे कार्यकाल में नल जल योजना स्वीकृत हुई थी। उसका काम चालू हुआ पानी टंकी बनकर तैयार हुई जो बंद पड़ी हुई है। इच्छा शक्ति होती है काम करने की कार्यकाल बदला किसी ने ध्यान नहीं दिया गया। परंतु हमारे द्वारा विभागों और नेताओं के सहयोग से टंकी को बनवाई गई रेलवे क्रॉस कर पाइप डलवाया गया व्यवस्था बनाई गई। वर्ष २००८ की स्वीकृति के बाद २०१२ में पानी की टंकी बनी विभाग ने प्रयास किया फि र संपवेल बनाया गया टेस्टिंग किया पर पानी की समस्या के कारण पानी वितरण बंद पड़ा हुआ है।
ग्रामीणों को पानी मिले पंचायत के द्वारा प्रयास नही किया जा रहा है -दिनेश चौधरी
ग्रामीण दिनेश चौधरी ने बताया कि पानी की बड़ी परेशानी है टंकी जब से बनी है नल तो हर घर तक मिल गया है किंतु पानी नहीं मिला है रेलवे क्रॉस कर बाहर से पानी ला रहे हैं। बस्ती में पूरा खारा पानी है बहुत दूर जाते हैं करीब १ किलोमीटर दूरी तय करना पड़ता है पूरा गांव बाहर से पानी लाता है। पंचायत में कहा गया था किंतु पंचायत में योजना को हैंडोवर नहीं लिया है पाइप बिछा दिया गया है। पानी नहीं मिल रहा है गांव में पानी मिले ऐसी व्यवस्था बनाई जानी चाहिए।
जंग लगा पानी का उपयोग करते है ग्रामीणजन-राजेश ठाकरे
ग्रामीण राजेश ठाकरे ने बताया कि मीठे पानी की बड़ी समस्या है गांव के बाहर जाना पड़ता है करीब १ किलोमीटर जाते हैं रेलवे क्रॉसिंग के आगे महिला पुरुष सभी को जाना होता है। हैंडपंप भी गिनती के है पानी की समस्या आती रहती है हैंड पंप से लाल अपनी जंग निकालने लगता है। बस्ती में खारा पानी है जिसे सब उपयोग करते हैं । पूरा परिवार पानी लेने जाता है मीठा पानी नहीं है इतनी बड़ी योजना जब बनी है तो इसे चालू करना चाहिए।
पीएचई विभाग का पूरा निष्क्रिय प्रयास है-महेन्द्र राणा
ग्राम सरपंच महेंद्र राणा ने बताया कि वर्ष २००८ में यह योजना स्वीकृत हुई थी पाइपलाइन का भी टेंडर हुआ २०१२ में पाइपलाइन लगी और सोर्स ढूंढे गए। २५ बोर किए गए भूजल जांच भी किया गया अधिकारी ने अपनी मर्जी से कर दिए। जिस कारण सोर्स नहीं मिला है पानी मिला भी तो काश नाले में पाइपलाइन बह जाती थी फि र अभी दूसरा स्टीमेंट बनाकर व्यवस्था करने ४५ लाख रुपये स्वीकृत किए गए थे । उसका भी काम किया गया फि र भी कोई बात नहीं बनी है ६ माह पहले हमारे द्वारा जिला पंचायत सीईओ को समस्या बताई थी। उन्होंने टीम बनाकर सर्वे करने के लिए पीएचई से कहा था। परंतु वह भी आज तक नहीं हुआ विभाग का पूरा निष्क्रिय प्रयास है। वर्तमान में हम छोटे पंप लगाकर लोगों को पानी उपलब्ध करा रहे हैं और जनपद सदस्य ने भी अपनी निधि से ७ लाख रुपये तालाब के पास कुएं की व्यवस्था के लिए दिया है।
इनका कहना है
दूरभाष पर चर्चा में बताया कि योजना बहुत पुरानी है मेरे द्वारा अभी चार्ज लिया गया है । जिसमें सावंगी की नल जल योजना मेरे संज्ञान में है जहां पर सोर्स ढूंढने का कार्य किया जा रहा है । पर्याप्त सोर्स ना होने के कारण पानी नहीं दे पा रहे हैं वहीं शासन को दो कुएं स्वीकृत करने के लिए पत्राचार किया गया है । यदि सोर्स पर्याप्त नहीं मिला तो कुएं के माध्यम से टंकी में पानी भरकर पानी वितरण किया जायेगा।