सीधी में विधायक प्रतिनिधि के द्वारा आदिवासी युवक पर पेशाब करने वाली शर्मनाक घटना सामने आई है जिसको लेकर पुलिस के द्वारा व्यक्ति को गिरफ्तार भी कर लिया गया है लेकिन फिर भी बालाघाट जिले में आदिवासी समाज के द्वारा सीधी के विधायक केदारनाथ शुक्ला के प्रतिनिधि प्रवेश शुक्ला पर दंडात्मक कार्यवाही करने की मांग को लेकर महामहिम राष्ट्रपति महोदया एवं महामहिम राज्यपाल के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा दंडात्मक कार्यवाही करने की मांग की गई है।
ज्ञापन सौंपने आए आदिवासी समाज के पदाधिकारियों ने कहा है कि प्रदेश की भाजपा सरकार में आदिवासियों पर सबसे अधिक अत्याचार और शोषण हो रहे हैं ऐसी ही घटना सीधी जिले में गठित की गई जिसमें विधायक प्रतिनिधि प्रवेश शुक्ला ने मानवता की सभी हदें पार करते हुए एक आदिवासी युवक पर पेशाब किया है आदिवासी युवक के ऊपर पेशाब करने का वीडियो भी बनाकर वायरल किया गया प्रतिनिधि प्रवेश शुक्ला द्वारा इंसानियत को शर्मसार करने वाला कृत्य किया गया है जो सरासर गलत है वह असंवैधानिक है आदिवासी पर हमेशा से ही मध्य प्रदेश सरकार अत्याचार करते आ रही है कम पढ़े लिखे वह आदिवासी होने के चलते ऐसा घिनौना कृत्य किया जाता है।
मध्य प्रदेश आदिवासी समुदाय में ऐसी घटना कार्य करने वाले विधायक प्रतिनिधि प्रवेश शुक्ला के खिलाफ रोष व्याप्त है और आदिवासी समुदाय में आक्रोश देखने को मिल रहा है वही आदिवासी समाज के द्वारा प्रवेश शुक्ला को फांसी या कठोर दंडात्मक कार्यवाही करने की मांग की गई है और तत्काल फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई करने की मांग की गई है।
वही ज्ञापन सौंपने पहुंचे पदाधिकारियों ने कहा है कि आज मध्य प्रदेश सरकार अपने आपको आदिवासियों का हितेषी कहती है और दूसरी और उनके ही दल के पदाधिकारी व कार्यकर्ता आदिवासियों पर अत्याचार करता है सोशल मीडिया में वीडियो वायरल कर घिनौना काम करते हैं और उनका सच-सच जनता के सामने है ऐसे लोगों के खिलाफ दंडात्मक कार्यवाही तत्काल नहीं की जाती है तो आदिवासी समुदाय एक साथ होकर संपूर्ण भारत में आदिवासी मिलकर उग्र आंदोलन करेंगे जिसकी समस्त जवाबदारी सरकार की होगी।