सुपरटेक डेवलपर कुछ लंबित प्रोजेक्ट पूरे करने के लिए अपने दो होटल और दो शॉपिंग मॉल बेचने पर विचार कर रही है। ये होटल और शॉपिंग मॉल उत्तर प्रदेश के मेरठ और उत्तराखंड के हरिद्वार में है। सुपरटेक लिमिटेड ने कहा कि उसकी योजना मेरठ और हरिद्वार स्थित चार वाणिज्यिक परिसंपत्तियों को अनुमानित 1,000 करोड़ रुपए में बेचने की है। यह मौजूदा परियोजनाओं के निर्माण में तेजी लाने और कर्ज चुकाने के उसके प्रयासों का हिस्सा है। कंपनी ने कुछ साल पहले भी इन परिसंपत्तियों को बिक्री के लिए रखा था लेकिन कोविड महामारी के कारण आतिथ्य तथा खुदरा क्षेत्रों के बुरी तरह प्रभावित होने से ऐसा हो नहीं सका। नोएडा की सुपरटेक लिमिटेड ने कहा कि मेरठ और हरिद्वार में शॉपिंग मॉलों और होटलों को बिक्री के लिए रखा है और उसका लक्ष्य इससे 1,000 करोड़ रुपए जुटाना है। मेरठ और हरिद्वार में सुपरटेक के एक-एक शॉपिंग मॉल और एक-एक होटल हैं।बीते 10 जून को नेशनल कंपनी लॉ अपीलेंट ट्रिब्यूनल की ओर से एक आदेश जारी किया गया था। इसमें सुपरटेक लिमिटेड के ग्रेटर नोएडा वेस्ट जिसे आमतौर नोएडा एक्सटेंशन भी कहा जाता है, के प्रोजेक्ट ईको विलेज-2 के खिलाफ दिवालिया प्रक्रिया चलाने का आदेश जारी किया गया। इस प्रोजेक्ट के लिए कमेटी ऑफ क्रेडिटर्स का गठन को कहा गया है। इससे पहले 25 मार्च को एनसीएलटी की ओर से सुपरटेक लिमिटेड के खिलाफ दिवालिया प्रक्रिया चलाने का आदेश दिया गया था। यूनियन बैंक की ओर से इस बाबत याचिका दायर की गई थी। सुपरटेक पर यूनियन बैंक का 432 करोड़ बकाया है।