बालाघाट जिले के बहुचर्चित एक महीने, दो महीने सहित छह माह में रकम दुगूनी करने के मामले में गिरफ्तार किये गये 11 में से 9 आरोपितों को जबलपुर उच्च न्यायालय से जमानत मिल गई। सोमेंद्र कंकरायने सहित 9 लोगों के रिहाई करने का आदेश बालाघाट जिला जेल प्रशासन को प्राप्त होने पर कडी सुरक्षा व्यवस्था के बीच उन्हें रिहा कर दिया गया। रिहाई के चलते समर्थकों का हुजूम लगा रहा। जेल परिसर के आसपास लोगों का जमावड़ा न लगे इसके लिए पुलिस प्रशासन द्वारा व्यापक सुरक्षा व्यवस्था तैनात किया गया था, एडिशनल एसपी विजय डाबर सहित अन्य पुलिस अधिकारी पूरे समय माहौल पर नजर रखते रहे। नौ आरोपितो को बुधवार की शाम 6 बजे जेल से रिहा किया गया। सोमेंद्र कंकरायने के जेल से बाहर आते ही उनके समर्थकों में भारी उत्साह देखा गया।
10 करोड़ की नगदी जप्त की थी पुलिस ने
आपको बताये कि पुलिस ने लोगों के पास से रकम जमाकर उसे कुछ ही दिनों में दूगूना करने के आरोप में किरनापुर व लांजी पुलिस ने विगत 17 मई को सोमेंद्र कंकरायने सहित 11 आरोपितों को अनियमित जमा धन योजना के तहत गिरफतार कर उनके पास से 10 करोड़ की नगदी जप्त की थी।
पूर्व में सैकड़ों लोगों ने प्रदर्शन कर गिरफ्तारी का किया था विरोध
इस प्रकरण को लेकर बालाघाट जिले में जमकर बवाल मचा था और आरोपितों के समर्थन में सैकड़ो लोगों ने प्रदर्शन कर गिरफ्तारी का विरोध जताया था। यही नही पंचायत चुनाव में 3 ग्राम पंचायत के लोगों ने चुनाव में हिस्सा नहीं लिया। वही एक आरोपी को पंचायत चुनाव में जेल में रहने के बावजूद सरपंच पद पर चुन लिया गया। आरोपितों की जिला न्यायालय में जमानत याचिका खारिज हो गई थी। जिसके चलते जबलपुर उच्च न्यायालय में यह प्रकरण पहुंचा। जहां पर आरोपितों की ओर से वरिष्ठ वकील मनीष दत्त ने पैरवी की। फलस्वरूप माननीय न्यायालय ने 69 दिनों बाद इन 9 आरोपितों की जमानत स्वीकार कर उन्हें जेल से छोड़े जाने के निर्देश जारी किये।
हाईप्रोफाइल मामला होने के चलते पुलिस की रही सख्त पहरेदारी
इसी के चलते उन्हें दूसरे दिन आज बुधवार को बालाघाट जिला जेल से रिहा कर दिया गया। हाईप्रोफाईल मामला होने से पुलिस की सख्त पहरेेदारी रही। जेल वाली सडक़ को 3 स्थानों पर बेरीकेट लगाकर आवागमन को परिवर्तित किया गया व भारी सुरक्षा बल तैनात किया गया था। वही सैकड़ो की संख्या में समर्थकों ने पहुंचकर इस रिहाई को लेकर खुशी का इजहार किया।
रास्ते में किरनापुर लांजी तरफ से आने वाले लोगों की होती रही चेकिंग
आपको बताये कि डबल मनी मामले को लेकर सोमेंद्र कंकरायने सहित जेल में बंद अन्य आरोपियों को रिहा किए जाने को लेकर पूर्व में लोगों द्वारा बहुत विरोध प्रदर्शन किया गया था। बुधवार को जमानत पर रिहा किए जाने के दौरान किसी प्रकार का उपद्रव ना हो जाए इसको लेकर पुलिस द्वारा व्यापक सुरक्षा व्यवस्था रखी गई थी। व लांजी किरनापुर क्षेत्र से आने वाले लोगों के रास्ते में रोके जाने की भी जानकारी सामने आई है।
इन आरोपितों को मिली जमानत
5 लाख रुपये के निजी मुचलके पर माननीय हाईकोर्ट से जिन 9 लोगों को जमानत मिली उनमें मुख्य आरोपित सोमेंद्र कंकरायने सहित सह आरोपी प्रदीप कंकरायने, तामेश मंसूरे, राकेश मंसूरे, हेमराज आमाडारे, मनोज सोनेकर, ललित कुमार, रामचंद्र कालबेले एवं राहुल बापूरे शामिल है। वही दो आरोपी अभी भी जेल में हैं।
जनता करती रही रिहाई का इंतजार
डबल मनी मामले के आरोपी सोमेंद्र कंकरायने सहित जितने भी आरोपी जेल में बंद थे जनता की नजर उनकी रिहाई को लेकर टिकी हुई थी। जनता के बीच एक ही सवाल था सोमेंद्र कंकरायने की रिहाई कब होगी, जैसे ही लोगों को पता चला सोमेंद्र कंकरायने की जमानत मंजूर हो गई है लोगों के चेहरे खिल उठे। बड़ी संख्या में लोग जेल परिसर के आसपास दिन भर पहुंचकर यही जानकारी लेते रहे, सोमेंद्र कंकरायने जेल से बाहर निकले या नहीं। पुलिस की सख्त पहरेदारी के बावजूद भी लोग उनके बाहर निकलते तक जेल परिसर के आसपास डटे रहे। लोग घरों में रहकर भी फोन के माध्यम से सोमेंद्र कंकरायने के रिहाई की जानकारी लेते रहे।
आप सभी का साथ था सत्य की जीत हुई – सोमेंद्र कंकरायने
जेल से रिहा हुए डबल मनी मामले के मुख्य आरोपी सोमेंद्र कंकरायने से इस मामले के संदर्भ में चर्चा करने का प्रयास किया गया लेकिन जेल के बाहर उनसे बात करने का अवसर मीडिया कर्मियों को नहीं दिया गया। वहीं रास्ते में चलते-चलते सोमेंद्र कंकरायने द्वारा सिर्फ इतना कहा गया कि सत्य की जीत हुई आप सभी का साथ था। अभी आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर कोई बात नहीं है आप सभी का प्यार और स्नेह ऐसा ही बना रहे।