कोरोना संक्रमण के ब.ढते प्रभाव के कारण इस साल माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) की दसवीं की परीक्षा निरस्त कर दी गई है। वहीं बारहवीं की परीक्षा कोरोना संक्रमण में कमी आने के बाद होगी। जहां दसवीं का रिजल्ट आंतरिक मूल्यांकन और छमाही, रिवीजन टेस्ट व प्री बोर्ड परीक्षा के आधार पर तैयार किया जाएगा। इसके लिए मंडल ने प्रायोगिक परीक्षा भी निरस्त की दी है। मंडल ने रविवार को फिर से आदेश जारी किए हैं कि स्कूलों को ओएमआर शीट्स में अंक भरकर 10 जून तक मंडल की वेबसाइट पर अपलोड करना है, साथ ही ऑफलाइन भी जमा करना है, ताकि रिजल्ट जारी किया जा सके। मंडल के अधिकारियों का कहना है कि जून के तीसरे सप्ताह में दसवीं का रिजल्ट घोषित किए जाने की संभावना है। वहीं मंडल ने मूल्यांकन को लेकर 14 मई को दिए गए दिशा-निर्देश के आधार पर करने के लिए कहा है। दसवीं के विद्यार्थियों का रिजल्ट बेंचमार्क के आधार पर बनेगा। इसमें विद्यार्थियों को स्कूल के तीन साल के रिजल्ट के आधार पर अंक दिए जाएंगे। फेल होने वाले विद्यार्थियों को 33 फीसद पर पास किया जाएगा। वहीं बारहवीं की परीक्षा के संबंध में कहा है कि कोरोना संक्रमण में कमी आने के बाद आयोजित की जाएगी।
परीक्षा के बीस दिन पहले छात्रों को सूचित कर दिया जाएगा। दसवीं की परीक्षा में विद्यार्थियों को रिजल्ट बनाने के दौरान विद्यार्थी फेल हो जाते है, तो ऐसे सभी विद्यार्थियों को 33 फीसद अंक देकर पास किया जाएगा।
प्रायवेट विद्यार्थियों को पास रहेंगे दो आप्शन
दसवीं के प्रायवेट विद्यार्थियों के लिए दो आप्शन रखे गए है। पहला इन सभी विद्यार्थियों को 33 फीसद अंक देकर सिर्फ पास कर दिया जाएगा। दूसरा कोरोना संक्रमण में कमी आने के बाद इन विद्यार्थियों की परीक्षा ली जाएगी। छात्रों दोनों आप्शन में किसी एक का चुनाव कर सकते है।
कोरोना संक्रमण में कमी आने के बाद होगी परीक्षा
दसवीं के विद्यार्थियों का रिजल्ट बनाने के साथ मंडल ने परीक्षा का आप्शन भी खुला रखा है। इसके तहत बेंचमार्क के आधार पर विद्यार्थियों का रिजल्ट तैयार किया जाएगा। इस रिजल्ट पर किसी विद्यार्थी को आपत्ति है, तो कोरोना संक्रमण में कमी आने के बाद मंडल द्वारा आयोजित परीक्षा में शामिल हो सकता है। मंडल द्वारा परीक्षा लेकर विद्यार्थियों का रिजल्ट घोषित किया जाएगा।