शासन की स्वामित्व योजना के अंतर्गत किए जा रहे सर्वे कार्य में बरसात के दौरान आ रही विभिन्न दिक्कतों को लेकर जिला पटवारी संघ ने बुधवार को कलेक्टर कार्यालय में एक ज्ञापन सौंपा ।जिसमें उन्होंने बरसात के दौरान सर्वे कार्य में आ रही दिक्कतों, सर्वे कार्य के दौरान सांप बिच्छू सहित अन्य जीव-जंतुओं का भय , सहित अन्य परेशानियों का जिक्र करते हुए बरसात सीजन खत्म होते तक स्वामित्व योजना के तहत कराए जा रहे सर्वे के कार्य को स्थगित किए जाने की मांग की है।उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि जिला प्रशासन ने अनुमति दे या ना दे. वे कल (गुरुवार )से ही सर्वे का कार्य बंद कर देंगे.।इस दौरान मध्य प्रदेश पटवारी संघ जिला अध्यक्ष अरुण बिरनवार, संरक्षक राजकुमार पिछोड़े, हरनारायण डहरवाल, रंजीत सिंह सैय्यम, सचिव महेंद्र तिवारी, विजय बिसेन,कोषाध्यक्ष विजय पटले, हितेंद्र मर्सकोले, उपाध्यक्ष राकेश बघेल, दीपक धुवारे , संगठन मंत्री शैलेंद्र गर्दे, अनीता छाबड़ा, जसप्रीत कौर, प्रवक्ता अरविंद वरकडे, शान्तुन दुबे, प्रचार मंत्री रविकांत भारद्वाज, जमील कुरैशी, सहित अन्य पदाधिकारी सदस्य प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
हमें अनुमति मिले या ना मिले कल से हम सर्वे का कार्य बंद कर देंगे -बिरनवार
ज्ञापन को लेकर की गई चर्चा के दौरान मध्य प्रदेश पटवारी संघ जिला अध्यक्ष अरुण बिरनवार ने बताया कि भूस्वामी योजना सरकार की महत्वपूर्ण योजना है. इसमें ग्रामीण क्षेत्रों की आबादी भूमि में रहने वाले लोगों, कब्जा धारी भूस्वामियों को उनके हक में भूमि देना है. इसके लिए हमारे तिरोड़ी और कटंगी के पटवारियों ने 35 से 37 डिग्री सेल्सियस तापमान में अपना काम किया है. उसके बाद किरनापुर, लांजी,बालाघाट, और बैहर सहित अन्य जगह पर भू -स्वामित्व योजना के तहत कार्य जारी है. हमने कलेक्टर साहब को बताया था कि वर्षा काल में यह काम नहीं किया जा सकता.क्योंकि जगह-जगह पानी भर गया है हमने जो चुना लाइन डाली थी, पहले से जो सीमांकन किया था वह मिट चुका है. वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में सभी किसानों ने अपनी भूमि जोत ली है. वहीं बाड़ी में भी सब्जी लगा दी है. जिसके चलते वह किया गया सीमांकन और चूना लाइन डालने का कार्य उनके द्वारा जोत दिया गया है. सीमांकन की खुटी, चूना लाइन से हट गई है. अब हमें पुन: सीमांकन करना पड़ेगा.इस दौरान यदि दो व्यक्तियों के मकान एक साथ बने हुए हैं तो हमें उस मकान के ऊपर चढक़र भी चुना लाइन डालनी पड़ती है.ऐसे समय में घर के कवेलू फूटते हैं घर में पानी गिरने लगता है तो मकान मालिक चिल्लाना शुरू कर देता है, ऐसे में चुना लाइन डालने और दूसरे दिन बरसात होने पर वह चुना लाइन मिट जाती हैं. बरसात में यह कार्य संभव है बिल्कुल नहीं हो पाएगा आज हम अंतिम बार ज्ञापन सौंपने आए हैं. हमें अनुमति मिले या ना मिले कल गुरुवार से हम सर्वे का यह कार्य बंद कर देंगे।