वर्षो से चली आ परम्पराओं का निर्वहन करते हुए हर साल की तरह इस साल भी मॉ गंगा का पर्व गंगा दशहरा सोमवार 30 मई को हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।जहां सुबह से शाम तक विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन किए गए।30 मई मंगलवार को शंकरघाट स्थित गंगा मंदिर में आयोजित कार्यक्रम की शुरुवात सुबह 10 बजे माँ गंगा महा अभिषेक से की गई।जिसके उपरांत सुबह 11 बजे शिव अभिषेक, दोपहर 3:30 बजे हवन पूजन, शाम 4:30 बजे नदी का अभिषेक, किया गया।वही शाम 5 बजे महिलाओं द्वारा दीपदान और शाम 6:45 बजे गंगा भव्य आरती एवं महाप्रसाद(भंडारा) का वितरण कर आयोजित कार्यक्रम का समापन किया गया।धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इसी दिन भक्तो के पाप हरने के लिए मां गंगा इस धरती पर अवतरित हुई थी। जिसके चलते आज ही के दिन प्रतिवर्ष गंगा दशहरा महा पर्व मनाया जाता है। इस दिन श्रद्धालु भक्त, भगवान शिव,और मां गंगा की विशेष पूजा अर्चना कर विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं और पूर्ण विधि-विधान के साथ पूजा अर्चना कर विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम संपन्न कराए जाते हैं