सनी देओल, अमीषा पटेल और अमरीश पुरी स्टारर फिल्म ‘गदर: एक प्रेम कथा’ की रिलीज को 20 साल पूरे हो गए हैं। यह फिल्म 15 जून 2001 को रिलीज हुई थी। फिल्म की एनिवर्सरी पर डायरेक्टर अनिल शर्मा से इससे जुड़ी कुछ रोचक जानकारी साझा की। शर्मा ने जो कहा, पढ़िए उन्हीं की जुबानी…
ब्रेक लेकर बाकी फिल्में शूट करते थे सनी”
फिल्म की शूटिंग पूरी होने में सवा साल इसलिए लगे क्योंकि सनी देओल हर शेड्यूल के बाद दाढी बढ़ाने के लिए दो महीने का ब्रेक लेते थे। उस ब्रेक में वो क्लीन शेव होकर दूसरी फिल्मों की शूटिंग करते थे।
कुछ ऐसे हुई थी ग़दर की शुरुआत
उन दिनों कश्मीरी पंडितों का पलायन हुआ था और मैं कश्मीर के एक लड़के और पाकिस्तान की एक लड़की को लेकर कहानी डेवलप कर रहा था। इस कहानी के लिए दिलीप साहब और धरम जी ने हामी भर दी थी। इसी बीच राइटर शक्तिमान जी ने मुझे एक रियल स्टोरी सुनाई। उससे प्रेरित होकर मैंने अपने आइडिया को ड्रॉप करके इस फिल्म पर काम शुरू कर दिया और कुछ इस तरह ‘गदर’ की शुरुआत हुई।
400 मॉडल्स में से शॉर्टलिस्ट हुईं अमीषा
मैंने अमरीश पुरी जी को कहानी सुनाई तो उनकी आंखों में आंसू आ गए। उन्होंने तुरंत इसके लिए हामी भर दी। सकीना के रोल के लिए हमने इंडस्ट्री की कई बड़ी हीरोइनों को अप्रोच किया पर उन सबने मना कर दिया। फिर हमने 400 नई एक्ट्रेसेज और मॉडल्स का ऑडिशन लिया जिसमें से अमीषा पटेल शॉर्टलिस्ट हुईं।
लखनऊ में क्रिएट किया था पाकिस्तान
हमने लखनऊ में पाकिस्तान का सेट रीक्रिएट किया था। हमें पार्टिशन के वक्त के स्टीम इंजन दिखाने थे, वह भी बड़ी मुश्किल से मिला था। इसी तरह उन दिनों वीएफएक्स तो होता नहीं था। ऐसे में किसी सीन में 50 हजार के क्राउड को इकट्ठा करने में काफी वक्त जाता था।
हैंडपंप उखाड़ने के पीछे हीरो के इमोशंस
हैंडपंप उखाड़ने वाले सीन को लोग अब भी अनरियल मानते हैं। हालांकि सबसे ज्यादा तालियां उसी सीन पर पड़ी थीं। वह सीन अपनी बीवी और बच्चे को लेकर हीरो का इमोशनल आउटबर्स्ट था। हजारों की भीड़ में जब हीरो ने हैंडपंप उखाड़ा तो स्क्रीन पर मैजिक हो गया।