आल इंडिया सर्वे फार हायर एजुकेशन (एआइएसएचई) के लिए कई कालेजों ने अपना डाटा नहीं भेजा है, जिसमें शिक्षक-विद्यार्थी, स्टाफ, बिल्डिंग, लैब की जानकारी शामिल है। कालेजों की लापरवाही के चलते विश्वविद्यालय इनके बारे में पोर्टल पर अपडेट नहीं कर पाया है। उच्च शिक्षा विभाग ने ऐसे कालेजों को अंतिम मौका देकर जानकारी मांगी है। 25 नवंबर तक कालेजों को डाटा अपने-अपने विश्वविद्यालयों को भेजना है। फिलहाल आदेश प्रदेशभर के कालेजों को दिया गया है।
एआइएसएचई में प्रत्येक शिक्षा सत्र की जानकारी भेजना होता है। यह व्यवस्था 2012 से शुरू हो चुकी है। डाटा आने के बाद कालेजों की प्रोफाइल अपडेट की जाती है। जानकारी के लिए जनवरी-फरवरी में कालेजों को डाटा देना होता है। अप्रैल तक सारे विश्वविद्यालय को पोर्टल पर इन्हें अपडेट करने की जिम्मेदारी होती है। मगर सत्र 2019-20 को लेकर प्रदेशभर में कुछ कालेजों ने डाटा नहीं भेजा है, जिसमें देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (देअवीवी) से संबंद्धता प्राप्त कुछ कालेजों के नाम भी शामिल है।
डीएवीवी ने इन कालेजों को पत्र लिखकर दस दिन में जानकारी भेजने के निर्देश दिए है। ताकि 25 नवंबर तक इन्हें अपलोड किया जा सके। वहीं इस अंतिम मौके के बावजूद डाटा नहीं भेजने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। उधर बीते सत्र का डाटा आने के बाद उच्च शिक्षा विभाग सत्र 2020-21 को लेकर कालेजों से जानकारी मंगवाएगा। वैसे इसके लिए अभी थोड़ा समय है। जनवरी-फरवरी के बीच लिंक खुलेगी। हालांकि सरकारी और निजी कालेजों के पास 45 दिन का समय रहेगा।