होली पर सजने लगी रंगों की दुकान

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वारासिवनी(पद्मेश न्यूज)। आपसी गिले शिकवे भुलाकर दोस्ती में रंगने का उत्सव रंगोत्सव का ५ दिवसीय पर्व १३ मार्च से प्रारंभ हो रहा है। जिसमें १४ मार्च को पूरे क्षेत्र में धुरेड़ी का पर्व गुलाल उड़ाकर धूमधाम से मनाया जायेगा। जिसको लेकर नगर सहित ग्रामीण अंचलों में लोगों ने अपने अपने स्तर पर तैयारी प्रारंभ कर लिये है और पर्व को लेकर सभी उत्साहित नजर आ रहे है। जिसके लिये नगर सहित ग्रामीण क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर रंग बिरंगी पिचकारी, गुलालों, टोपियो,मुखौटों व बताशों के मालों की दुकानें सजने लगी है । जहाँ बच्चों के द्वारा अपनी पसंदीदा पिचकारी,मुखौटे, पोंगा तुर्रा सहित अन्य खिलौने की खरीदी की जा रही है। परन्तु बाजार में रौनक नजर आ रही है जिसका कारण महंगाई को माना जा रहा है। इस दौरान देखे तो ग्रामीण अंचल से लोग शहर में आ तो रहे हैं ,परंतु वह आवश्यकता अनुसार होली पर्व के लिए रंग, गुलाल, पिचकारी एवं अन्य सामग्री की खरीदी कम कर रहे है साथ ही लोगों में होली पर्व को लेकर उत्साह नजर आ रहा है।

मेड इन इंडिया पिचकारी आकर्षण का केन्द्र

गुरूवार को होलिका दहन और शुक्रवार को धुरेंडी पर्व मनाया जायेगा। जिसको देखते हुए ही रंग की दुकान के सॅजने का क्रम शुरू हो गया है। जो दुकाने सॅज गई है उनमें खरीदी करने वाले ग्राहकों में ज्यादातर बच्चे है । जिनके द्वारा बालों को विशेष रूप से साज सज्जा करने के लिये इस बार मेड इन इंडिया से बनी पिचकारी व मुखोटा खरीदी करते हुए देखा जा सकता है। हालांकि पहले की अपेक्षा इस मर्तबा रंगों के साथ ही मुखोटा, बाल और पिचकारियों पर २० प्रतिशत महंगाई बढऩे की बात कहीं जा रही है।

बच्चों की चालू है परीक्षा

हमारा क्षेत्र कृषि आधारित है जहां पर वर्तमान में रबी की फ सल लोगों के द्वारा लगाई गई है जिससे ग्रामीण क्षेत्र में आर्थिक व्यवस्था तंग है। तो वहीं वर्तमान में कक्षा १० वीं और १२वीं बोर्ड परीक्षा चालू है। जिसमें क्षेत्र के छात्र छात्राओं के द्वारा वार्षिक परीक्षा दी जा रही है। ऐसे में लोग बाजार में बहुत कम उतर रहे हैं जिससे लग रहा है कि व्यापार होलीका दहन के दिन उठेगा। जहां नगर में लोग अभी खरीदारी करने आ रहे हैं तो केवल जरूरत के समान खरीदी कर लौट रहे हैं।

करीब १० प्रतिशत बड़ी है महंगाई – आकाश

व्यापारी आकाश जैन ने बताया कि अभी चलन में पंप बंदूक गुब्बारे और मास्क है इसमें सर्वाधिक बच्चों के आइटम है जो सबसे ज्यादा बिकते हैं जिसमें आकर्षक मास्क पिचकारी है। बाजार में रौनक नहीं है क्योंकि अब त्यौहारो का बाजार दो दिवस का हो गया है उस हिसाब से बाजार उठेगा। परंतु इधर देखे तो बाजार में महंगाई भी बड़ी है। हर वस्तु की कीमत पहले से १० से १५ प्रतिशत बढ़ गई है ऐसे में महंगाई से बाजार पर फ र्क तो पड़ा है। इस मर्तबा रंग नागपुर ,जबलपुर और इंदौर से आ रहा है महंगाई के कारण ज्यादा दूर हम नहीं जा रहे हैं अभी तो पूरी दुकान खाली है थोड़ा बहुत सामान का विक्रय हो रहा है।

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