बुधवार को जिला अस्पताल में एक महिला चिकित्सक का उस वक्त हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला। जब एक युवक को तरह तरह के झूठे आरोपों में फंसा कर उसे आत्महत्या के लिए मजबूर करने वाले एक मामले में मंडला बम्हनी पुलिस उसे गिरफ्तार करने बालाघाट पहुंची। इस दौरान पहले तो नगर के वार्ड नंबर 32 निवासी महिला चिकित्सक डॉ शिवानी निषाद ने गिरफ्तारी से बचने के लिए घर पर तरह-तरह के बहाने बनाएं, जब उस पर भी बात नहीं बनी तो, मुख्य आरोपी डॉक्टर शिवानी निषाद की मां और इस मामले की दूसरी आरोपी रानी निषाद की अचानक तबीयत खराब हो गई। जिस पर डॉ शिवानी ने गिरफ्तारी देने से मना कर दियाम इस पर पुलिस ने एंबुलेंस बुलाकर आरोपी डॉ शिवानी निषाद की मां रानी निषाद को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया। जब पुलिस शिवानी निषाद को गिरफ्तार करने लगी तो गिरफ्तारी से बचने के लिए आयुष चिकित्सक डॉक्टर शिवानी निषाद तरह-तरह के बहाने बनाने लगी, कभी अपनी मां रानी निषाद की बीमारी का बहाना तो कभी कुछ और तरह-तरह के बहाने बनाते हुए अपनी गिरफ्तारी से बचने की बात करने लगी। जहां काफी देर तक चले हाईवोल्टेज ड्रामे के बाद पुलिस ने शिवानी की मां को उनके अन्य परिजनों के हैंडओवर कर शिवानी निषाद को गिरफ्तार कर लिया और उसे अपने साथ लेकर मंडला बम्हनी के लिए रवाना हो गई ।
शिक्षक सहित अन्य आरोपी फरार
बताया जा रहा है कि वार्ड नंबर 32 निवासी डॉ शिवानी निषाद, उनकी मा रानी निषाद एक अन्य पड़ोसी शिक्षक कैलाश नंदनवार शिक्षक की पत्नी श्रीमती अनीता नंदनवार और तीजन कुशराम ऐसे पांच लोगों पर अपने पड़ोसी पवन पिता हेमचंद आहूजा पर बलात्कार और मारपीट सहित अन्य झूठे मुकदमे दर्ज करवाने और उसे मानसिक रूप से परेशान कर उसे आत्महत्या के लिए मजबूर करने का आरोप है ।इसी मामले में पांचों आरोपियों की गिरफ्तारी करने मंडला बम्हनी पुलिस बालाघाट पहुंची थी ।इसमें पुलिस ने मुख्य आरोपी डॉ शिवानी निषाद की गिरफ्तारी कर ली है जबकि बीमार होने और अस्पताल में भर्ती के चलते डॉ शिवानी निषाद की मां रानी निषाद की गिरफ्तारी नहीं हो सकी, तो वहीं इस मामले से जुड़े आरोपी शिक्षक कैलाश नंदनवार उसकी पत्नी अनीता नंदनवार सहित अन्य आरोपी तीजन कुशराम फरार बताए जा रहे हैं जिसकी जल्द ही गिरफ्तारी किए जाने की बात बम्हनी पुलिस द्वारा कही गई है
प्रताड़ना से तंग आकर युवक ने की थी आत्महत्या
आपको बताएं कि बालाघाट नगर वार्ड नंबर 32 के एक युवक पवन आहूजा ने मंडला जिले के बम्हनी थाना क्षेत्र में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी वही यवक ने मोहल्ले के ही एक महिला डॉ, एक शिक्षक सहित पांच लोगों के विरुद्ध मानसिक रूप से प्रताड़ित कर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया था। वही करीब 3 माह पूर्व बम्हनी बंजर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। जहां सुसाइड नोट में युवक पवन आहूजा ने अपने पड़ोसी डॉ शिवानी निषाद ,उसकी मां रानी निषाद, शिक्षक कैलाश नंदनवार ,शिक्षक की पत्नी अनीता नंदनवार और तीजन कुशराम का नाम सुसाइड नोट में दर्ज कर उसकी आत्महत्या के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराया था। बताया जा रहा है कि मृतक पवन अहूजा इंदौर में रहकर पीएससी की तैयारी कर रहा था जिसके पिता हेमचन्द्र आहूजा मंडला जिले के बम्हनी बंजर में रहकर अपने दोस्त अनीश मेमन के साथ काम करता था, पवन आहूजा 1 माह से अपने पिता हेमचंद आहूजा के साथ बम्हनी बंजर में रह रहा था और पढ़ाई कर रहा था। 18 दिसंबर 2022 को पिता हेमचंद्र आहूजा किसी काम के लिए बालाघाट आए थे।जबकि उसका बेटा पवन आहूजा अकेला बम्हनी में था जिसने 20 दिसंबर को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी वही सुसाइड नोट में इन पांचों आरोपियों का नाम लिखकर उन्हें अपनी आत्महत्या का जिम्मेदार ठहराया था ।जहां पुलिस द्वारा की गई इस जांच में पता चला कि पवन आहूजा पर उनके पड़ोसियों द्वारा कई जूठे मामले दर्ज कराए गए थे, बलात्कार की धमकियां, jhuthi शिकायत की वजह से वह मानसिक रूप से प्रताड़ित था जिसके चलते उन्होंने आत्महत्या की है जिसके बाद पुलिस ने इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी शुरू कर दी है जिसके तहत dr शिवानी निषाद की गिरफ्तारी की गई है तो वहीं अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी करने की बात पुलिस द्वारा कही जा रही है