नगर मुख्यालय के बालाघाट रोड़ स्थित विश्रामगृह में बुधवार को बालाघाट विधायक श्रीमती अनुभा मुंजारे ने प्रेसवर्ता आयोजित कर पूर्व केबिनेट मंत्री गौरीशंकर बिसेन, भाजपा जिला महामंत्री मौसम हरिनखेड़े एवं भाजपा कार्यकर्ताओं पर दलगत भावना की राजनीति करने एवं झुठा श्रेय लेने का आरोप लगाते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव जीतने के बाद प्रथम विधानसभा सत्र जनवरी २०२४ में ही लालबर्रा क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों की मांग पर याचिका लगाई थी।ं जिसे माननीय विधानसभा अध्यक्ष व उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा स्वीकार करते हुए लालबर्रा में नवीन आईटीआई की स्वीकृति प्रदान की है तो फिर गौरी भाऊ के कार्यकाल की स्वीकृति कैसे हो सकती है। साथ ही यह भी कहा कि गौरीशंकर बिसेन ने ३०-३५ वर्ष तक पद में रहकर लालबर्रा अस्पताल के लिए कुछ नही किया बल्कि १ वर्ष पूर्व लालबर्रा अस्पताल के लिए राज्यसभा सांसद से स्वीकृत एम्बुलेंस की राशि डॉक्टर के दबाव पर डालकर वापस करा दी और विधानसभा चुनाव जीतने के बाद मेरे द्वारा लालबर्रा अस्पताल की समस्या से अवगत करवाया गया और मेरे एवं क्षेत्रवासियों की मांग पर लालबर्रा में ५० बिस्तर का अस्पताल स्वीकृत हुआ है परन्तु पूर्व केबिनेट मंत्री श्री बिसेन एवं श्रीमती मौसम हरिनखेड़े कह रहे है कि हमारे प्रयासों से शासकीय आईटीआई व अस्पताल स्वीकृत हुए है। इस तरह से झूठा श्रेय लेने की राजनीति कर रहे है जिनकी मैं निंदा करती है और हमारे प्रयास से लालबर्रा क्षेत्र में सौगात मिल रही है, भाजपा के लोग यह समझ ले की अनुभा मुंंजारे हल्की राजनीति नही करती है, मैं व्यापक सोच के साथ चलती हूं, जमीन पर कदम एवं देखकर चलती हूं, मुझे कोई श्रेय नही लेना है, बालाघाट विधानसभा क्षेत्र की जनता को श्रेय देना चाहती हूं जिनकी कोशिश व आशीर्वाद से हमें यह सौगात मिली है। प्रेसवार्ता में विधायक श्रीमती अनुभा मुंंजारे ने कहा कि पूर्व मंत्री, सांसद, विधायक गौरीशंकर बिसेन एवं उनकी बेटी के द्वारा अनर्गल बयानबाजी की जा रही है, बालाघाट विधानसभा की राजधानी लालबर्रा कहलाती है और इस लालबर्रा विकासखंड का विकास हो यह हम सभी की मंशा है सभी चाहते हैं यह विकसित हो और इस विकासखंड में विगत कई वर्षों से आईटीआई की मांग थी जो अब पूरी होने जा रही है जल्द भवन बनने वाला है। इसके लिए मेरे द्वारा विधिवत विधानसभा में याचिका पांढरवानी सरपंच अनीस खान सहित अन्य जनप्रतिनिधियों की मांग पर जनवरी २०२४ में लगाई गई थी। उसके आधार पर शासन के द्वारा आईटीआई की स्वीकृति प्रदान की है और स्वीकृति के बाद भवन निर्माण के हमारे द्वारा रामजीटोला में भूमि का निरीक्षण कर चयन किया गया है और उसी स्थान पर भविष्य में आईटीआई की बिल्डिंग बनेगी। इसमें श्रेय लेने की कोई बात नहीं है एवं हमने सार्थक प्रयास किया है और जो सरकार प्रदेश में है वह भाजपा की सरकार है लेकिन वह प्रदेश की सरकार है, जनता की सरकार है। हमारी जिम्मेदारी होती है कि हम अपने क्षेत्र की समस्याओं एवं मांगों को लेकर जाये और मेरे द्वारा भी यही किया गया। साथ ही यह भी कहा कि अपने क्षेत्र की मांग व समस्याओं को विधानसभा में उठाने के साथ ही सरकार को इन से अवगत करवाया गया। जिसके बाद सरकार ने मेरे इस विषय को गंभीरता से लेते हुए शासकीय आईटीआई व अस्पताल की सौगात दी है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन योजना के तहत लालबर्रा का सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का उन्नयन होने के साथ ही ५० बिस्तर का अस्पताल की स्वीकृति मिली है और अस्पताल निर्माण के लिए पुलिस हाउसिंग बोर्ड के अधिकारी एवं भवन निर्माण के आर्किंटेक्चर सहित अन्य अधिकारियों ने निरीक्षण किया है और भवन निर्माण के लिए स्थान चयन कर पुराने स्थान पर ही ५०बिस्तर के सर्वसुविधायुक्त अस्पताल का निर्माण किया जायेगा।
विधानसभा की जनता को जाता है सौगात का श्रेय
विधायक श्रीमती मुंजारे ने पूर्व मंत्री गौरीशंकर बिसेन व भाजपा कार्यकर्ता को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि पिछले ३० से ३५ वर्षों से इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते आये हैं ७ बार विधायक, ३ बार कैबिनेट मंत्री और दो बार सांसद रह चुके हैं उसके बावजूद उन्होंने आज तक क्यों लालबर्रा में ५० बिस्तर का अस्पताल स्वीकृत नहीं करवा पाये, आईटीआई क्यों स्वीकृत नहीं करवाई, उन्हें क्यों आईटीआई की जरूरत समझ नहीं आई। सीएम राइज स्कूल की बात उनके द्वारा की जाती है। जब लालबर्रा मुख्यालय में सीएम राइज स्कूल आया था तो उसे अपने गृहग्राम लेण्डेझरी लेकर चले गये थे जिसका बालाघाट विधानसभा की जनता गवाह है। जबकि लालबर्रा बालाघाट विधानसभा का एक प्रमुख केंद्र है उसके बावजूद उनके द्वारा लेण्डेझरी लेकर चले गये क्या यहां न्याय संगत था। आज जो सौगात मिल रही है तो उनकी बेटी का कहना है कि यह मेरे पिताजी के प्रयास, कोशिश से लालबर्रा में सौगात मिल रही है और उनकी बेटी मौसम उतनी राजनीतिक सोच समझ नहीं रखती है। जिसका प्रमाण इसी बात से लगाया जा सकता है कि विधानसभा चुनाव में टिकट मिलने के बाद भी टिकट अदला-बदली हो गई। बेटी को टिकट मिल रही है और पिता चुनाव लड़ रहे हैं टिकट बदलकर पिता को दी जा रही है। इससे यह बात स्पष्ट होती है कि भारतीय जनता पार्टी को खुद ही मौसम हरिनखेड़े पर भरोसा नहीं है। एक बार उनसे टिकट ले ली गई है फिर वह किस मुंह से बड़बोला पन कर रही है। जबकि उन्हें सोचना चाहिए मैं एक जिम्मेदार जनप्रतिनिधि हूं मुझे बालाघाट की सम्मानित जनता ने भारी बहुमत के साथ चुना है। श्रीमती मुंजारे ने कहा कि मेरे द्वारा इस चुनाव में जनता से कोई लोभ-लुभावने वादे, न कोई दिखावा किया गया। जनता के चरणों के सामने मैं आज भी नतमस्तक हूं और हमेशा नतमस्तक होकर ही रहूंगी। श्रीमती मुंजारे ने कहा कि मैं तोडऩे में विश्वास नहीं करती, जोडऩे पर विश्वास करती हूं, मैं उजाडऩे पर नहीं बसाने पर विश्वास करती हूं। गौरीशंकर जी ने क्या किया, जनता जानती है, लालबर्रा की हालत उन्होंने क्या कर दी इससे जनता भलीभांति वाकिफ है। उन्होंने लालबर्रा की सैकड़ो जनता को बेरोजगार कर दिया और हमें बोल रहे है कि झूठा श्रेय ले रहे है, हमारे प्रयासों से लालबर्रा क्षेत्र को सौगात भी मिल रही है।
३५ साल के घमंड को जनता ने किया है चुर-चुर
विधायक श्रीमती मुंंजारे ने मौसम हरिनखेड़े को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि मौसम कहती है कि मेरे पिताजी के प्रयासों से ओवर ब्रिज बन रहे है इतने वर्षों से क्यों नही बने, जिसका काम बहुत कछुआ गति से चल रहा है जिसका मेरे द्वारा निरीक्षण किया गया तो उनका कहना है कि मैं अपना हक जमा रही हूं। इस तरह से जनता को भ्रमित किया जा रहा है जबकि कई बार उक्त कार्य का भूमिपूजन किया गया परन्तु कार्य नही हुआ। विधानसभा चुनाव के बाद जनता के आशीर्वाद से मैं विधायक बनी और फिर इस मुद्दे को गंभीरता से लेकर अधिकारियों से साथ बैठक लेकर कार्य के संबंध में चर्चा कर तीव्र गति व गुणवत्तापूर्ण कार्य करवाने निर्देशित किया गया है। जनता के विश्वास पर खरा उतर रही हूं, प्रयास कर रही हूं। भाजपा के लोगों से कहना है कि वह अपनी सोच को व्यापक बनाये यही कारण है कि आप विधानसभा चुनाव के मैदान से बाहर हो गई। श्रीमती मुंजारे ने कहा कि लोकसभा चुनाव में पिता-पुत्री दोनों को दरकिनार करके अन्य प्रत्याशी को मैदान में उतार गया और आज वह सांसद है। यह आपके घमंड के कारण, हमेशा आसमान में देखना, जनता के भावनाओं को नहीं समझना, उनके अधिकारों पर कुठाराघात करने की वजह से हुआ है। उसी का नतीजा है कि क्षेत्र की जनता ने आपको आईना दिखाया है, २९५०० वोट से हार के बाद भी इस तरह से बयानबाजी की जा रही है तो यह बेहद शर्मनाक है। श्रीमती मुंजारे ने कहा कि मैं हमेशा अपनी मेहनत पर विश्वास करती हूं, किसी भी काम का श्रेय मैंने आज तक नहीं लिया और मैं यह चाहती हूं कि जब तक मैं पद पर हूं जनता ने मुझे जिस काम के लिए चुना है उसे पूरी निष्ठा ,ईमानदारी से करूं, मैं कभी भी इस तरह की प्रतिस्पर्धा में नहीं रहना चाहती हूं। आज के इस दौर में जनता खुद समझदार है पढ़ी-लिखी है जनता को दिख रहा है कि कौन सा जनप्रतिनिधि कैसे काम कर रहा है। जनता ने मुझे बालाघाट विधानसभा की पहली महिला विधायक बनकर नारियों का सम्मान बढ़ाया है उनका मैं आभार व्यक्त करती हूं। मैं यही कहना चाहती हूं कि माननीय गौरीशंकर जी महिलाओं का सम्मान करना सीखे, आपके घमंड का घड़ा फूट चुका है जनता ने आपको आइना दिखा दिया है आपके ३५ साल के घमंड को जनता ने किस तरह से चुर-चुर किया है जिससे आप खुद ही भलीभांति परिचित है।
गौरीशंकर बिसेन व मौसम किस हैसियत से कर रहे है भूमिपूजन
विधायक श्रीमती मुंंजारे ने कहा कि पहली बार विधायक निर्वाचित हुई हूं और मेरे कार्यकाल को मात्र ९ महीने ही हुए हैं और ९ महीनों में मुझसे जितना प्रयास हो सकता था उतना मैंने प्रयास किया है और मैं विश्वास दिलाती हूं कि जब तक मुझमें जान है तब तक मैं पूरी ईमानदारी से जनता की आवाज को सदन में उठाऊंगी, उन्हें पूरा करने का प्रयास करूंगी और भारतीय जनता पार्टी की इस अनर्गल बयान बाजी कि कठोर निंदा करती हूं, आदरणीय गौरीशंकर बिसेन जी से कहना चाहती हूं कि उन्हे बिल्कुल भी शोभा नहीं देता कि वह किसी महिला जनप्रतिनिधि के कामों में इस तरह से दखल दे, टीका टिप्पणी करें। वही उनकी सुपुत्री से कहना है कि शासन की ओर से जो ६ उपस्वास्थ्य केन्द्र स्वीकृत हुए है वहां वे किस हैसियत से भूमिपूजन में पहुंच रही है। भले ही वे भाजपा की जिला महामंत्री हो सकती है परन्तु वह कोई संवैधाानिक पद नही है, न ही गौरीशंकर बिसेन जी किसी संवैधानिक पद पर है तो फिर आप किस हक अधिकार से कार्यक्रमों में पहुंचकर भूमिपूजन कर रहे है। वहीं मौसम हरिनखेड़े मुझे अधिकारों की हनन की बात कहती है जबकि मैं जनता से चुनकर आई हूं, जनता ने मुझे अधिकार दिया है मैं भूमिपूजन करूं, विकास कार्यों को गति प्रदान करूं, जनता की सेवा करूं ये मेरा कर्तव्य है। इस तरह से भारतीय जनता पार्टी के लोग बिना वजह हमारे कार्यों में हस्तझेप करने का प्रयास कर रहे हैं। श्रीमती मुंंजारे ने कहा कि गत दिवस बहियाटिुकर में उपास्वास्थ्य केन्द्र का आनन-फानन में भूमिपूजन किया गया था जिसमें सांसद भारती पारधी को मुख्य अतिथि बनाया गया था वह सही है क्योंकि वे एक संवैधानिक पद पर है परन्तु क्षेत्रीय विधायक को दरकिनार करते हुए गौरीशंकर बिसेन को कार्यक्रम की अध्यक्षता में नाम डाल दिया गया था। जिस पर मेरे द्वारा आपत्ति ली गई तो उनके पास जवाब नही था। मेरा उनसे कहना है कि वह इस तरह की हरकतों से बाहर आये, झूठा श्रेय लेने से बचे, काम करने दे और काम में आप सहयोग करेंगे तो हम आपका स्वागत करते हैं। यदि आप दलगत राजनीति करना चाहते हैं तो अभी जनता ने आपको साढे २९००० मतों से हराकर आईना दिखाया है। अगर इसी तरह की आपकी हरकतें रहेंगे तो आने वाले समय में इसका और भी खामियाजा भुगतना पड़ेगा।