वर्तमान समय भले ही सावन मास का चल रहा हो मगर बीते कुछ दिनो से आसमानी पानी पूरी तरह से रूठा हुआ है। ऐसे में वातावरण में उमस का माहौल निर्मित है। जिसकी वजह से जहरीले जीव जंतु ठंडक की तलाश में इधर उधर भटक रहे है और लोगो को काटकर घायल कर रहे है। इसी तरह का एक मामला ग्राम पंचायत मेंड़की का प्रकाश में आया है जहां खेत में सोड़ा डालने गये कृषक को एक जहरीले सॉप ने काट लिया। जो अपना उपचार कराने स्वयं ही शासकीय चिकित्सालय पहुॅच गया जहां उपचार के बाद वो खतरे से बाहर बताया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक मेंड़की निवासी ५१ वर्षीय कृषक सुरेश कुमार चित्रिव १० अगस्त की सुबह लगभग ९ बजे अपने खेत गया हुआ था। उसने बंदी का पानी रोकने पूर्व में ही एक बोरी में मिट्टी भरकर खेत की पार जहां से पानी निकासी हो रही थी उस स्थान पर डाल दी। जब वो बोरी को सेट कर रहा था तभी एक जहरीले सांप ने उसके दाहिने हाथ में काट लिया और मौके से चले गया। श्री चित्रिव को सांप के काटने से चक्कर आने लगे और वे तत्काल अपने घर पहुॅचे और स्वयं मोटर साईकिल चलाते हुये स्थानीय शासकीय सिविल अस्पताल पहुॅचे और मौके पर उपस्थित स्टॉफ को इस बात की सूचना दी। जिन्होने उनका उपचार प्रारंभ किया। श्री चित्रिव ने बताया कि सांप के काटने के बाद उनके दिल की धड़कन बढ़ गई थी और आंखो के सामने अंधेरा छा रहा था उसके बाद भी उन्होने सीधे अपनी मोटर साईकिल अस्पताल में ही लाकर खड़ी की जहां उपचार के बाद वो अच्छा महसूस कर रहे है। इनका कहना है – पदम्मेश को दूरभाष पर जानकारी देते हुये खंड चिकित्सक डॉ.कमलेश झोड़े ने बताया कि वर्तमान में जो पीडि़त आया है वो खतरे से बाहर है। हमेशा लोग सांप काटने के बाद सर्पीबारी वालो के पास जाना पहले पसंद करते है, जबकि अस्पताल में पूरी सुविधा होने के बाद भी लोग नही आते। ऐसे में वे जनता से अपील करते है कि जब भी कोई सांप काटे तो तुरंत अपने नजदीकी स्वास्थ केन्द्र पहुॅचकर अपना उपचार कराये। श्री झोड़े ने बताया कि सांप काटने पर लगने वाला एंटी स्नेक सीरम हमारे पास पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है।