ट्विटर के बॉस एलन मस्क ने बुधवार को कंपनी के CEO पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया है। उन्होंने ट्वीट किया- जैसे ही इस पद को संभालने वाला कोई मूर्ख व्यक्ति मिल जाता है, मैं इस पद से इस्तीफा दे दूंगा। इसके बाद मैं सिर्फ सॉफ्टवेयर और सर्वर टीमें संभालूंगा।
उन्होंने 19 दिसंबर को यूजर्स से पूछा था कि क्या उन्हें अपने पद पर बने रहना चाहिए या उसे छोड़ देना चाहिए? पोल में 57.5% यूजर्स ने ‘हां’ में और 42.5% ने ‘ना’ में जवाब दिया था। पोल में 1.75 करोड़ लोगों ने हिस्सा लिया था। एक करोड़ 62 हजार लोगों ने कहा था कि मस्क को इस्तीफा दे देना चाहिए।
मस्क ने कहा था- पोल का जो भी रिजल्ट आएगा, सम्मान करूंगा
उन्होंने एक ट्विटर पोल किया था। इसमें उन्होंने लिखा था कि क्या मुझे ट्विटर के CEO पद को छोड़ देना चाहिए? साथ ही उन्होंने लिखा था कि इस पोल का रिजल्ट जो भी आएगा, मैं उसका पालन करूंगा। अधिकतर लोगों ने पद को छोड़ने की बात कही थी।
ट्विटर में हो रहे बदलाव… दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का प्रमोशन नहीं होगा
एलन मस्क ने अक्टूबर में 44 बिलियन डॉलर, यानी 3.58 लाख करोड़ रुपए में ट्विटर को खरीदा था। ट्विटर की कमान संभालने के बाद से एलन मस्क कंपनी में बड़े बदलाव करने में जुटे हुए हैं। कुछ दिनों पहले उन्होंने छंटनी के पहले राउंड में करीब 3,700 कर्मचारियों को निकाला था। छंटनी की शुरुआत उन्होंने CEO पराग अग्रवाल के साथ की थी।
रविवार को ट्विटर ने घोषणा की थी कि फ्री में किसी अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म का प्रमोशन नहीं करेंगे। कंपनी ने कहा था, ‘अब हम अन्य सोशल प्लेटफार्म्स और उनके कंटेट को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बनाए गए ट्विटर हैंडल्स को ब्लॉक करेंगे। इनमें फेसबुक, इंस्टाग्राम, मास्टोडन, टूथ सोशल जैसे प्लेटफॉर्म शामिल है। ट्विटर ने शनिवार को भारतीय सोशल मीडिया प्लेटफार्म koo ऐप के अकाउंट को भी सस्पेंड कर दिया था।
पत्रकारों के अकाउंट ब्लॉक किए थे, UN के दबाव में फैसला वापस लेना पड़ा
ट्विटर ने कुछ पत्रकारों के अकाउंट भी ब्लॉक कर दिए थे। UN महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने शुक्रवार को इसकी आलोचना की थी। इसे उन्होंने अभिव्यक्ति की आजादी की दृष्टि से खतरनाक मिसाल बताया था। हालांकि, कड़ी आलोचना के चंद घंटों बाद ही मस्क ने फैसला वापस लेते हुए पत्रकारों के अकाउंट फिर शुरू कर दिए थे।