शहर में शुक्रवार से शुरू हुए गणेशोत्सव पर्व को लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह दिखाई दे रहा है। कोरोना वायरस के चलते शासन व प्रशासन के निर्देशानुसार इस वर्ष पांडालों में गणेशजी की प्रतिमा सजेगी तथा महाआरती का आयोजन होगा। इस वर्ष पांडालों पर कोई अन्य आयोजन नहीं होगा। देर रात से बड़ी संख्या में भक्त ऐतिहासिक खजराना गणेश के दर्शनों के लिए पहुंच रहे हैं।
गणेश मंदिरों पर भी श्रद्धालुओं को शासन व प्रशासन के निर्देशों का पालन करते हुए दर्शन करना होंगे। पर्व को लेकर गणेश मंदिर लाइटों से जगमगा उठे। शुक्रवार को सुबह 6 बजकर 16 मिनट से रात 11 बजे तक अनेक शुभ मुहूर्त हैं। भक्त रवियोग के संयोग में सुख और समृद्धि की कामना से भगवान गणेश की विधिवत स्थापना व पूजन कर सकेंगे।
चार किलो स्वर्ण आभूषणों से सजा गणेश परिवारशहर के प्राचीन खजराना गणेश मंदिर में भगवान गणेश के साथ रिद्धि-सिद्धि और शुभ लाभ का स्वर्ण आभूषणों से श्रृंगार किया गया। करीब चार किलो सोने से बने करीब दो करोड़ के स्वर्ण आभूषण पहनाए गए। इसमें स्वर्ण मुकुट, स्वर्ण चंद्रिका, छत्र आदि शामिल है। दस दिनी गणेशोत्सव के दौरान प्रतिदिन स्थानीय कलाकारों की भजन संध्या होगी लेकिन इसमें भक्तों को रुकने नहीं दिया जाएगा।