शहरी क्षेत्र अंतर्गत वार्ड नंबर 33 गायखुरी में 100 साल पूर्व से स्थित तालाब की भूमि पर भू माफियाओं द्वारा अतिक्रमण किया जा रहा है जिससे धीरे-धीरे तालाब का अस्तित्व खत्म होते जा रहा है इस तालाब को ग्रामीण पटेलों के द्वारा गांव में पानी की समस्या को देखते हुए निस्तार के लिए दान में दिया गया था जिससे गांव के लोग तालाब के पानी का मवेशी धोने मकान निर्माण करने व मवेशियों को पानी पिलाने के लिए एवं घरेलू में बाहरी उपयोग के लिए इस्तेमाल करते थे लेकिन गांव में नल जल योजना के तहत पानी की सुविधा की गई तब से ग्रामीणों द्वारा भी तालाब की देखरेख की ओर ध्यान नहीं दिया गया जिससे तालाब गंदगी से सराबोर हो गया है और तालाब की भूमि को लोगों द्वारा बेचकर उस पर अतिक्रमण किया जा रहा है जिससे वार्ड वासियों में आक्रोश पनप रहा है वार्ड वासियों ने बताया कि तालाब के संरक्षण व सौंदर्यीकरण को लेकर इसके पूर्व में शासन प्रशासन को ज्ञापन सौंपा गया लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है जिससे भू माफियाओं द्वारा तालाब की भूमि पर अतिक्रमण का कार्य किया जा रहा है जिससे तालाब धीरे-धीरे समाप्ति की ओर जा रहा है वर्तमान में तालाब जलकुंभी हुआ बेशर्म की झाड़ी से पूरी तरह से पड़ गया है जिससे गंदगी भी फैल रही है गंदगी के चलते आसपास के लोग परेशान हैं वार्ड वासियों का कहना है कि अगर तालाब से अतिक्रमण नहीं हटा गया तो आंदोलन करने वादे होना पड़ेगा।