शासकीय ड्राइविंग ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट नंदानगर में आर्थिक रूप से कमजोर परित्याग व कल्याणी महिलाओं को प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के अन्तर्गत वाहन चालक प्रशिक्षण नि:शुल्क दिया जाएगा। लगभग 1000 महिलाओं को प्रशिक्षण देने का लक्ष्य रखा गया हैं। 30 महिलाओं की पहली बैच इसी माह से शुरू होगी।
सेंटर प्रभारी अनिल शर्मा ने बताया कि प्रथम चरण में जो भी महिला और युवतियां आवेदन करना चाहती है,वे संस्था से निर्धारित आवेदन पत्र प्राप्त कर जमा करें। इन आवेदनों में से चयनित 30 आवेदकों को प्रथम बैच में हल्के चार पहिया वाहन को चलाने का एक माह का प्रशिक्षण एवं लायसेंस प्रदान किए जाएगा। साथ ही प्रशिक्षणार्थियों के भोजन की व्यवस्था भी संस्था द्वारा की जाएगी। योजना के अंतर्गत महिलाओं को स्वावलंबी एवं रोजगार योग्य बनाने का मूल उद्देश्य हैं।
गौरतलब है कि प्रदेश में पहली बार इंदौर में शुरू की गई जरूरतमंद महिलाओं की ड्राइविंग की ट्रेनिंग को केंद्र सरकार ने भी सराहा है। पिछले दिनों अधिकारियों की टीम ने ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल का निरीक्षण किया था। योजना के तहत 30 महिलाओं की बैच को प्रशिक्षण देने के निर्देश दिए हैं। प्रति महिला लगने वाला 18 से 21 हजार रुपये का खर्च भी केंद्र सरकार उठाएगी।
इंदौर में परिवहन विभाग के अधिकारियों ने पहली बार इस तरह का प्रयास किया था। इसमें महिलाओं को सिम्यूलेटर पर अभ्यास के साथ गाड़ी चलाने, उसके रखरखाव और आत्मसुरक्षा की ट्रेनिंग दी गई थी। अब तक 130 महिलाओं को ट्रेनिंग दी जा चुकी है। कई महिलाओं की वाहन डीलरों के यहां नौकरी भी लग चुकी है, जबकि कई इलेक्ट्रानिक आटो लेकर अपने परिवार का गुजारा कर रही है।