नई दिल्ली : कोरोना संक्रमण के बीच 12वीं की परीक्षा को लेकर आज (मंगलवार, 1 जून) शाम एक महत्वपूर्ण बैठक होनी है, जिसकी अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। सरकार के शीर्ष पदस्थ सूत्रों के अनुसार, पीएम मोदी को राज्यों तथा अन्य पक्षों से आए सुझावों सहित सभी संभावित विकल्पों के बारे में जानकारी दी जाएगी। इस बैठक से 12वीं की परीक्षा को लेकर महत्वपूर्ण फैसला आने की उम्मीद की जा रही है।
यह बैठक ऐसे समय में होने जा रही है, जबकि कोरोना संकट के बीच सरकार ने अप्रैल में सीबीएसई की 10वीं बोर्ड परीक्षा रद्द करने का फैसला लिया और कहा कि 10वीं के छात्र अब इंटरनल असेसमेंट के जरिये आगे की क्लास में जाएंगे। वहीं 12वीं की बोर्ड परीक्षा को स्थगित करने की जानकारी दी गई और कहा गया कि इस पर 1 जून, 2021 को दोबारा विचार किया जाएगा।
मुख्य बातें
- 12वीं की परीक्षा पर शीर्ष स्तरीय बैठक होनी है
- पीएम मोदी इस बैठक की अध्यक्षता करेंगे
- उन्हें सभी विकल्पों के बारे में बताया जाएगा
नई दिल्ली : कोरोना संक्रमण के बीच 12वीं की परीक्षा को लेकर आज (मंगलवार, 1 जून) शाम एक महत्वपूर्ण बैठक होनी है, जिसकी अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। सरकार के शीर्ष पदस्थ सूत्रों के अनुसार, पीएम मोदी को राज्यों तथा अन्य पक्षों से आए सुझावों सहित सभी संभावित विकल्पों के बारे में जानकारी दी जाएगी। इस बैठक से 12वीं की परीक्षा को लेकर महत्वपूर्ण फैसला आने की उम्मीद की जा रही है।
यह बैठक ऐसे समय में होने जा रही है, जबकि कोरोना संकट के बीच सरकार ने अप्रैल में सीबीएसई की 10वीं बोर्ड परीक्षा रद्द करने का फैसला लिया और कहा कि 10वीं के छात्र अब इंटरनल असेसमेंट के जरिये आगे की क्लास में जाएंगे। वहीं 12वीं की बोर्ड परीक्षा को स्थगित करने की जानकारी दी गई और कहा गया कि इस पर 1 जून, 2021 को दोबारा विचार किया जाएगा।
सुप्रीम कोर्ट में है मामला
यह मामला सुप्रीम कोर्ट में भी पहुंचा हुआ है, जहां भारतीय विद्यालय प्रमाण-पत्र परीक्षा परिषद (सीआईएससीई) और केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 12वीं कक्षा की परीक्षाएं रद्द करने का अनुरोध करने वाली याचिका पर सुनवाई करते शीर्ष अदालत ने सोमवार को सरकार से कहा कि वह कोविड-19 महामारी के बीच 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाएं आयोजित करने या नहीं करने के बारे में आगामी दो दिनों में फैसला ले।
शीर्ष अदालत ने कहा कि केंद्र यदि वैश्विक महामारी के कारण शेष बोर्ड परीक्षाएं रद्द करने की पिछले साल की नीति से अलग फैसला करता है, तो उसे इसका ठोस कारण देना होगा।