34 हजार किसानों की धान पर संकट,समर्थन मूल्य में धान खरीदी को बचे शेष दो दिन !

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शासन द्वारा किसानों को उनकी फसल का उचित लाभ दिलाने के लिए समर्थन मूल्य पर शुरू की गई धान की खरीदी के लिए 15 जनवरी आखिरी तारीख रखी गई है लेकिन उसके पहले जिले भर के हजारों किसानों के सामने धान नहीं खरीदी होने का संकट और परेशानी दिखाई देने लगी है।

पूरे जिले के आंकड़ों की बात की जाए तो इस वर्ष 1 लाख 15 हजार 765 किसानों ने धान बिक्री के लिए पंजीयन करवाया था। 13 जनवरी तक 81 हजार 787 किसानों की धान बिक्री हुई थी इस आंकड़े के मुताबिक लगभग 34 हजार किसानों की धान नहीं खरीदी गई है। अगर इसी आंकड़े को दूसरे लहजे से देखा जाए तो बीते वर्ष जिले के भीतर 45 लाख मैट्रिक टन धान खरीदी गई थी जो यह आंकड़ा 13 जनवरी तक 40 लाख मैट्रिक टन तक ही पहुंचा है।

बालाघाट से लेकर लालबर्रा वारासिवनी सहित अन्य तहसील में किसानों के आगे धान बिक्री नहीं होने की बड़ी परेशानी खड़ी हो गई है हर किसी की अपनी समस्या है किसी को दोबारा एसएमएस नहीं आया किसी को जब ऐसे में आया था तो उस दिन बारिश हो गई थी तो किसी की धान नहीं कटवाई थी नतीजा यही कि हजारों किसानों की धान समर्थन मूल्य पर खरीदी होने का संकट गहराता जा रहा है।

बात यह पर लालबर्रा जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक शाखा अंतर्गत ९ सेवा सहकारी समिति अंतर्गत १४ धान खरीदी केन्द्रों में गत २९ नवंबर से समर्थन मूल्य में धान की खरीदी की जा रही है और १३ जनवरी तक पंजीकृत १०३२६ किसानों में से ६१६० किसानों से लगभग २ लाख ७५ हजार २४९.६० क्विंटल धान खरीदी की गई है एवं शेष ४२६० किसानों से १४ व १५ जनवरी को खरीदी किया जाना है किन्तु इन दो दिनों में उक्त किसानों से धान खरीदी करने में समिति को खासा परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। उससे भी बड़ी परेशानी लालबर्रा की 282 और टेगनिकला खरीदी केंद्र के अंतर्गत आने वाले 92 में किसानों को अब तक धान खरीदी का मैसेज नहीं आया है।

इसी तरह जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित बालाघाट शाखा वारासिवनी अंतर्गत 10 सेवा सहकारी समिति के 12 धान खरीदी केंद्रों में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी अपने अंतिम दौर में है। इसमें अधिकांश बड़े किसान हैं जिन्हें 100, 200 या 300 क्विंटल धान शासन को देना है।
समर्थन मूल्य पर धान खरीदी वर्ष 2021- 22 में शासन के आदेश पर सभी 12 धान खरीदी केंद्रों में 8804 किसानों के द्वारा समर्थन मूल्य पर धान सोसाइटी में देने के लिए पंजीयन किया गया था जिसमें से 6061 किसानों के द्वारा केंद्र में उपस्थित होकर शासन को 268302 क्विंटल धान दी गई है। जिसका भुगतान भी किसानों के खाते में किया जा रहा है। परंतु वर्तमान में 2743 किसान धान देने के है जिनमें शासन के प्रति आक्रोश व्याप्त है। पिछले वर्ष समर्थन मूल्य पर शासन के आदेश पर वर्ष 2020 21 के लिए 8665 किसानों के द्वारा समर्थन मूल्य पर ध्यान देने के लिए सोसाइटी में पंजीयन कराया गया था जिसमें से 7021 लोगों के द्वारा शासन से निर्धारित समय में 313867.80 क्विंटल धान समिति के द्वारा खरीदी की गई थी। और इसमें करीब 1644 किसान चूक गए थे।

जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित बालाघाट शाखा वारासिवनी शाखा प्रबंधक विजय मिश्रा ने बताया कि पिछले वर्ष 8665 किसानों का पंजीयन हुआ था जिसमें से 7021 किसानों से 313868 क्विंटल धान खरीदी गई थी। परंतु इस वर्ष वर्तमान तक 8804 पंजीकृत किसानों में से 6061 किसानों से 268302 क्विंटल धान खरीदी गई है। श्री मिश्रा ने बताया कि इस वर्ष 139 किसानों के पंजीयन ज्यादा हुए हैं और पिछले वर्ष से इस वर्ष 960 किसान धान देने कम आए हैं जिनसे 45565 क्विंटल धान खरीदना बाकी है। जो 2 दिन में खरीदी करना असंभव ना समझ आ रहा है शासन के द्वारा खरीदी की तिथि बढ़ाने को लेकर किसी प्रकार का आदेश नहीं दिया गया है।

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