देश के सबसे बड़े डेयरी ब्रांड अमूल को वित्त वर्ष 2020-21 में 39,248 करोड़ का कारोबार हुआ है। हालांकि इसके पूरे ग्रुप का कारोबार 53 हजार करोड़ रुपए के पार रहा है। कंपनी के इतिहास में यह अब तक का रिकॉर्ड कारोबार है। दूसरी ओर इसके डेयरी प्रोडक्ट की बिक्री में गिरावट आई है।
पिछले वर्ष 38,542 करोड़ का कारोबार था
पिछले वर्ष अमूल का कारोबार 38,542 करोड़ रुपए था। इसका लक्ष्य 2025 तक रेवेन्यू को दोगुना कर 1 लाख करोड़ रुपए करने का है। फिलहाल पूरी दुनिया में यह 8 वें नंबर की सबसे बड़ी दूध उत्पादक कंपनी है। 2012 में यह 18 वें नंबर पर थी। दरअसल महामारी में लॉकडाउन होने से घरों में डेयरी प्रोडक्ट की खपत बढ़ गई। इस वजह से कंपनी के कारोबार में उछाल देखा गया है। इसके कुल सदस्यों ने 2021 में दूध प्रोक्योरमेंट में 14% की बढ़त हासिल की है। प्रति दिन यह 40 लाख लीटर दूध को हैंडल करती है।
पैकेज्ड प्रोडक्ट की बिक्री में रही तेजी
कोराना के समय में इसके पैकेज्ड कंज्यूमर बिजनेस जिसमें दूध, चीज, बटर और आइसक्रीम होता है, उसकी अधिक बिक्री रही है। यह प्रोडक्ट देश की बड़ी कंपनियों जैसे ब्रिटानिया और हिंदुस्तान यूनिलीवर से मुकाबला करते हैं। सालाना इन प्रोडक्ट्स में 8.1% की दर से बढ़त रही है। कंपनी इस साल 75 वीं एनिवर्सरी मना रही है। मंगलवार को इसकी 47 वीं वार्षिक साधारण सभा (AGM) थी।
बाहर उपयोग किए जाने वाले प्रोडक्ट की बिक्री पर असर
कंपनी ने कहा कि महामारी के दौरान घरों के बाहर उपयोग किए जाने वाले प्रोडक्ट की बिक्री पर असर देखा गया है। इसलिए कंपनी ने घरों में उपयोग किए जाने वाले प्रोडक्ट पर फोकस किया। इसके लिए इसने दूर-दराज तक अपने सप्लाई चेन को दुरुस्त किया और ऑन लाइन बिक्री पर फोकस किया। साथ ही होम डिलिवरी में भी इसने काम किया।
इम्युनिटी बूस्ट वाले प्रोडक्ट को लांच किया था
कंपनी ने कहा कि कोरोना के दौरान इसने शुरुआती लहर में काफी इम्युनिटी बूस्ट वाले प्रोडक्ट को लांच किया था। अमूल के डेयरी प्रोडक्ट में इसलिए गिरावट आई क्योंकि इस दौरान होटल और रेस्टोरेंट बंद रहे। जिससे इनकी मांग घट गई। पिछले महीने ही कंपनी ने अपने सभी दूध की कीमतों में प्रति लीटर 2 रुपए का इजाफा किया था। दिसंबर 2019 के बाद पहली बार दूध की कीमतें बढ़ाई गई हैं।
पश्चिमी भारत से की थी शुरुआत
अमूल ने अपनी शुरुआत पश्चिम भारत यानी गुजरात से की थी और उसके बाद महाराष्ट्र समेत उत्तर भारत और फिर पूर्वी भारत में अपना विस्तार किया। कंपनी ने पिछले साल ही दक्षिण भारत में कदम रखा था और हैदराबाद को अपना हब बनाया है।