निगमायुक्त प्रतिभा पाल ने बताया है कि शहर में 44 साल से ज्यादा उम्र के एेसे लगभग ढाई लाख लोग हैं, जिन्हेें अब तक कोरोना की वैक्सीन नहीं लगी है। एेसे लोगों का अगले 10-15 दिन में शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन कराने का लक्ष्य है। इसके लिए अब नगर निगम एनजीओ सदस्यों की मदद लेेगा और वे घर-घर जाकर लोगों को वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित करेंगे।
निगमायुक्त मंगलवार को रवींद्र नाट्यगृह में निगम से जुड़े एनजीओ के प्रतिनिधियों की बैठक में बोल रही थीं। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण रोकने के लिए बेहद जरूरी है कि सभी व्यक्तियों का शत-प्रतिशत टीकाकरण हो। एनजीओ की टीमों का अपने-अपने क्षेत्रों में अच्छा प्रभाव है और वे कई नागरिकों व रहवासी संघों के संपर्क में रहते हैं। एनजीओ प्रतिनिधि अपने क्षेत्र के ठेला चालक, रिक्शा चालक, दुकानदार, सलून संचालक, कामकाजी महिला, गैस टंकी रिक्शा चालक, दूध विक्रेता, पेट्रोल पंप कर्मी और किराना दुकानदारों से संपर्क कर उन्हें वैक्सीन लगाने के लिए प्रेरित करेंगे, तो इसके अच्छे परिणाम आएंगे। इन लोगों का वैक्सीनेशन इसलिए जरूरी है क्योंकि वे दिन में कई लोगों से मिलते हैं और इससे कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ता है।
प्रशासन ने तय किया है कि 18 और 44 प्लस की उम्र वाले सभी लोगों को अगले 10 से 15 दिन में वैक्सीन लगा दी जाए। इससे कोरोना संक्रमण फैलने या उसके दुष्प्रभावों पर काफी हद तक रोक लग सकेगी। आयुक्त ने एनजीओ प्रतिनिधियों से कहा कि वे अपने क्षेत्र के ज्यादा से ज्यादा लोगों को टीकाकरण के लिए प्रेेेरित करें। टीकाकरण के लिए जिला प्रशासन और नगर निगम मिलकर हर विधानसभा क्षेत्र में ड्राइव इन वैक्सीनेेशन सेंटर खोल रहे हैं। इन सभी लोगों को टीके लगवाने के लिए वहां भेजा जाए। बैठक में नगर निगम के अपर आयुक्त संदीप सोनी, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. प्रवीण जड़िया, एनजीओ टीम बेसिक्स, एचएमएस, फीडबेक फाउंडेशन और डिवाइन के प्रमुख व कर्मी मौजूद थे।