देश में कोरोना के केस लगातार काम हो रहे हैं, लेकिन संक्रमण के नए रूप डेल्टा प्लस ने चिंता बढ़ा दी है। वहीं ब्लैक फंगस का खतरा भी कायम है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, बीते 24 घंटों में देश में कोरोना के 48,698 केस सामने आए हैं। वहीं इस दौरान 64,818 मरीज ठीक हुए हैं और 1,183 मरीजों की मौत हुई है। अभी देश में कोरोना के 5,95,565 एक्टिव केस हैं। डेल्टा प्लस वैरिएंट का खतरा भी बढ़ता जा रहा है। भारत में अब तक इसके 51 केस सामने आ चुकी है। मध्य प्रदेश में दो मरीजों की मौत हुई है जबकि मौत का ताजा मामला महाराष्ट्र में दर्ज किया गया है। अभी देश के 8 राज्यों में खतरा सबसे अधिक है, जिन्हें केंद्र सरकार ने अलर्ट करने को कहा गया है। Delta Plus Variant के ये केस नहीं थमे तो देश में एक बार फिल लॉकडाउन की स्थिति बन सकती है। सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में इसके 22 मामले पाए गए हैं। इसके अलावा तमिलनाडु में नौ, मध्य प्रदेश में सात, केरल में तीन, पंजाब और गुजरात में दो-दो और आंध्र प्रदेश, ओडिशा, राजस्थान, जम्मू-कश्मीर, हरियाणा एवं कर्नाटक में एक-एक मरीज पाए गए हैं। पिछले तीन महीने के दौरान 12 राज्यों में डेल्टा प्लस के केस मिले हैं।
आंध्र प्रदेश में ब्लैक फंगस से 237 लोगों की मौत: आंध्र प्रदेश में ब्लैक फंगस के चलते 237 लोगों की मौत हुई है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक अब तक इस फंगस के चलते संक्रमण के कुल 3,148 मामले सामने आए हैं। इनमें से 1,398 लोग ठीक हो चुके हैं और 1,513 लोगों का इलाज चल रहा है।
Delta Plus Variant: भारत ही नहीं, इन देशों में भी डरा
कोरोना महामारी की दो लहरों का सामना कर चुके ब्रिटेन में फिर नए मामले बढ़ने लगे हैं। इस बार कोरोना के डेल्टा वैरिएंट के चलते कहर बढ़ रहा है। यहां महज एक हफ्ते में इस वैरिएंट के 35,204 नए मामले बढ़ गए हैं। इधर, रूस में भी इस वैरिएंट के चलते संकट गहरा रहा है। यहां कोरोना टास्क फोर्स ने बताया कि देश में गत 24 जनवरी के बाद बीते 24 घंटे में पहली बार 20,383 नए केस पाए गए और 601 पीड़ितों की मौत हो गई। डेल्टा वैरिएंट को नए मामलों में उछाल का कारण बताया जा रहा है। इसी तरह कोरोना के बढ़ते संक्रमण पर रोक लगाने के लिए बांग्लादेश ने शुक्रवार को देश में अगले आदेश तक के लिए सख्त लाकडाउन लगाने की घोषणा कर दी।इंडोनेशिया मेडिकल इमरजेंसी यूनिटों को जकार्ता में अस्पतालों के बाहर टेंटों में शिफ्ट कर रहा है क्योंकि कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों की वजह से अस्पताल अपनी क्षमता बढ़ाने में विफल हो रहे हैं। दुनिया के चौथे सबसे ज्यादा आबादी वाले इस देश में इस हफ्ते कोरोना संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 20 लाख के पार पहुंच गई। पाकिस्तान के योजना एवं विकास मंत्री असद उमर ने शुक्रवार को चेतावनी दी कि अगर मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) का पालन नहीं किया गया तो देश में जुलाई में कोरोना संक्रमण की चौथी लहर आ सकती है।