भारत को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल में न्यूजीलैंड के हाथों 8 विकेट से शिकस्त का सामना करना पड़ा। खिताबी मुकाबले में कई भारतीय बल्लेबाजों ने धीमी गति से रन जुटाए। वहीं, ‘भरोसेमंद’ बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने मैच में काफी सुस्त पारी खेलीं। उन्होंने पहली पारी में 54 गेंदों में 2 चौकों की मदद से 8 रन बनाए और कोई भी रन दौड़कर नहीं लिया। उन्होंने दूसरी पारी में 80 गेंदों का सामना करते हुए 2 चौकों के जरिए 15 जुटाए। फाइनल में पुजारा की इन पारियों को देख भारतीय फैंस को गुस्सा बढ़ गया था और उन्होंने सोशल मीडिया पर जमकर अपनी भड़ास निकाली। लेकिन अब पूर्व भारतीय कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने पुजारा का बचाव किया है।
‘हालात बैटिंग के लिए बहुत उपयुक्त नहीं थे’
गावस्कर ने इंडिया टुडे से बातचीत में कहा कि न्यूजीलैंड के खिलाड़ियों ने भी धीमी बल्लेबाजी की, क्योंकि परिस्थितियां बैटिंग के लिए उपयुक्त नहीं थीं।गावस्कर ने कहा, ‘हमें याद रखना चाहिए कि न्यूजीलैंड ने कैसे बल्लेबाजी की। बल्लेबाजी के लिए परिस्थितियां बहुत उपयुक्त नहीं थीं। यह गेंदबाजों के अनुकूल थी। आप देखें कि कॉनवे, विलियमसन ने दोनों पारियों में किस तरह बल्लेबाजी की।’ बता दें कि सलामी बल्लेबाज डेवोन कॉन्वे ने पहले पारी 153 गेंदों में 54 और दूसरी पारी में 41 गेंदों में 19 रन बनाए। विलियमसन ने पहली पारी में 177 गेंदों में 49 जबकि दूसरी पारी में 89 गेंदों में 52 रन बनाए।
‘टेलर ने भी पुजारा की तरह पारी शुरू की’
गावस्कर ने साथ ही पुजारा की धीमी बल्लेबाजी के लिए आलोचना करने वालों पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘जिस तरह से रॉस टेलर (100 गेंदों में 47 रन) ने धीमी शुरुआत के साथ बल्लेबाजी की, उसे हमें उसे याद रखना चाहिए। उन्होंने भी पुजारा की तरह स्लो खेलते हुए पारी शुरू की। लेकिन अगर आप पुजारा पर उंगली उठाना चाहते हैं तो हम कुछ नहीं कह सकते।’ पूर्व क्रिकेटर ने आगे कहा, ‘पुजारा वह खिलाड़ी हैं, जिनकी दृढ़ता दूसरे छोर पर बल्लेबाज को स्ट्रोक खेलने की अनुमति देती है। उन्हें भरोसा होता है कि पुजारा एक छोर पर डटे हैं।’ गौरतलब है कि टीम इंडिया अब चार अगस्त से इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की खेलेगी, जिसमें सभी की पुजारा पर नजर रहेगी।