32 साल की एक गर्भवती महिला गंभीर कोविड संक्रमण के साथ 12 अप्रैल को सीएचएल अस्पताल में भर्ती हुई थी। उस समय महिला को आठ माह का गर्भ था। अस्पताल में भर्ती होने के दौरान महिला का आक्सीजन सेचुरेशन 85 था और सिटी स्कैन में फेफड़ों में 70 फीसद तक संक्रमण था।
अस्पताल में ही महिला ने प्री मेच्योर बेबी को जन्म दिया और एक माह आईसीयू और एक माह वार्ड में रहने के बाद अब वह स्वस्थ्य होकर अपने घन नवजात शिशु के पास पहुंची। सीएचएल अस्पताल के चेस्ट फिजीशियन डा. सूरज वर्मा के मुताबिक महिला जब अस्पताल में आई थी तब उनकी हालत काफी गंभीर थी।
उस समय तो अस्पताल में आईसीयू बेड भी नहीं था तो उन्हें रूम में रखा गया। अस्पताल में आने के पश्चात सात दिन में महिला ने प्री मेच्योर बेबी काे जन्म हुआ। उसके बाद करीब एक माह तक महिला को आईसीयू में रहना पड़ा। वहां उन्हें बाइपेप मशीन व हाई फ्लो नेजल कैन्युला पर रखा गया। इस बीच जब उनका दोबारा सिटी स्कैन किया गया तो फेफड़ों में 90 फीसद तक संक्रमण मिला।
इसके बाद उन्हें फिजियोथेरेपी करवाई गई और आईवीआईजी व रेमडेसिविर इंजेक्शन दिए गए। इसके बाद भी बीच-बीच में महिला का आक्सीजन सेचुरेशन भी कम हो रहा था। उसे खाने पीने में परेशानी हो रही थी। महिला ने हिम्मत नहीं हारी और परिवार ने पूरा सपोर्ट किया। आईसीयू के बाद करीब 20 दिन तक वह वार्ड में रही। उनकी हालत में सुधार हुआ और वार्ड में आने के बाद वह 10 लीटर आक्सीजन पर थी। 10 दिन पहले 2 लीटर आक्सीजन के साथ उन्हें घर भेजा गया। वर्तमान में वो ठीक है और अपने नवजात बच्चे के साथ बेहतर जीवन जी रही है।