पंजाब किंग्स के आशुतोष शर्मा और शशांक सिंह की जितनी सरहाना की जाए उतनी कम है। यह दोनों खिलाड़ियों की वजह से पंजाब ने मुंबई के मुंह से मैच लगभग छीन ही लिया था। हालांकि आखिरी ओवर में मोहम्मद नबी और ईशान किशन की जोड़ी ने यह चमत्कार होने से रोक लिया। दरअसल, आखिरी ओवर में पंजाब को जीत के लिए 12 रन चाहिए थे। ओवर की पहली गेंद पर कगिसो रबाडा ने शॉट खेलकर 2 रन भागने की कोशिश की। लेकिन वह यह काम कर नहीं पाए। नबी के रॉकेट थ्रो और ईशान किशन की फुर्ती के सामने वह चूक गए और रन आउट हो गए।
नबी और ईशान ने मुंबई के लिए कैसे जीता मैच?
पंजाब किंग्स की पारी का आखिरी ओवर मुंबई इंडियंस की तरफ से तेज गेंदबाज अकाश मधवाल डाल रहे थे। पंजाब की ओर से कगिसो रबाडा स्ट्राइक पर थे। रबाडा ने गेंद को शॉट खेल बाउंड्री की तरफ भेजा। हालांकि वह चार रन तो नहीं बटोर पाए। ऐसे में उन्होंने दो रन भागने की कोशिश की। लेकिन वह यह करने में चूक गए। मोहम्मद नबी बाउंड्री के पास गेंद पर बिजली की तरह कूदे और तेज तर्रार थ्रो फेंका।
वहीं नबी के सटीक थ्रो को ईशान किशन ने शानदार तरीके से पकड़ा और फुर्ती से विकेट पर दे मारा। ऐसा लग रहा था कि रबाडा क्रीज में पहुंच गए हैं। लेकिन जब रीप्ले देखा तो सब दूध का दूध और पानी का पानी हो गया। कगिसो रबाडा रन आउट हो गए और मुंबई इंडियंस 9 रन से मैच जीत गई।
पंजाब के लिए अकेले लड़ते रहे आशुतोष और शशांक
193 रन के बड़े टारगेट का पीछा करते हुए एक समय पंजाब किंग्स के 4 विकेट सिर्फ 14 रन पर गिर गए थे। हालांकि इसके बावजूद इन फॉर्म शशांक सिंह और आशुतोष शर्मा ने पंजाब किंग्स को इस स्थिति में पहुंचाया कि वह मैच जीत सके। शशांक सिंह और आशुतोष शर्मा पंजाब की तरफ से अकेले लडे़। जहां शशांक सिंह ने 164 के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी करते हुए 2 चौकों और 3 छक्कों की मदद से 25 गेंद में 41 रन बनाए। वहीं आशुतोष शर्मा ने 217 के स्ट्राइक रेट से 28 गेंद में 61 रन ठोके। उनकी पारी में 2 चौके और 7 छक्के शामिल थे।