पंचायत के जल बैंक से भीषण गर्मी में भी बेहतर बना हुआ है जल स्तर

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नगर मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्रों में भीषण गर्मी से जल का स्तर नीचे गिरते जा रहा है। तालाब, हेंडपंप, कुएं, नदी सहित अन्य जल स्त्रोत सुख रहे है जिससे जल संकट क्षेत्र में बना हुआ है। वहीं नगर मुख्यालय की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत पांढरवानी लालबर्रा जल संग्रहण के लिए सम्पूर्ण प्रदेश में जानी जाती है। जिसका जीवंत उदाहरण इस माह मई के अंत में भी भीषण गर्मी के दिनों में भी देखने को मिल रहा है। ग्राम पंचायत पांढरवानी में महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना से अनेकों कार्य जल संग्रहण क्षमता बढ़ाने के लिए किये गये है। जिसके कारण वर्तमान में ग्राम पंचायत पांढरवानी के तालाबों में ८ से १० फिट तक लबालब पानी भरा हुआ है। जिससे सम्पूर्ण पंचायत क्षेत्र के ग्रामों का जल स्तर भी ऊँचा उठा हुआ है और भीषण गर्मी में पांढरवानी पंचायत सहित आसपास के ग्रामों में भी जल का स्तर बेहतर बना हुआ है एवं आमजनों को पानी के लिए परेशान नही होना पड़ रहा है। आपकों बता दे कि बालाघाट जिले की जनपद पंचायत लालबर्रा अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत पांढरवानी लालबर्रा के अंतर्गत तहसील मुख्यालय लालबर्रा सहित ६ ग्राम आते है और ग्राम सरपंच अनीस खान के द्वारा ५ से ६ वर्ष पूर्व पंचायत क्षेत्र के सभी तालाबों का गहरीकरण किया गया था एवं ५ तालाबों मे वाटर कोर्स, (मिनी नहर), वेस्ट वियर इत्यादि का निर्माण करवाकर आपस में जोड़ा गया था (लिंक किया गया)। जिससे कि तालाबों का अतिरिक्त पानी एक तालाब से दूसरे तालाब में चला जाता है और बरसात का पानी बड़ी मात्रा में ग्राम पंचायत में ही संग्रहित रहता है। इसके अलावा सरपंच द्वारा ग्राम पंचायत के सभी हेंडपम्पो में चैन से बंधे गिलास भी लगवाये गये हैं जिससे हेंडपम्पो का पानी अधिक मात्रा में व्यर्थ नही बहता है। पांढरवानी पंचायत व अन्य निकट पंचायतों व ग्रामो लालबर्रा, रामजीटोला, पांढरवानी, उदासीटोला, आमाटोला, कटंगटोला, चंदनटोला, अमोली व निकट ग्रामों में तालाब पानी से भरे होने पर कुएं, हेंडपंपों का जल स्तर १५-२० फिट तक में उपलब्ध है, इसके अलावा सभी कुएं, हेंडपंप, बोरिंग में लबालब पानी होने के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में किसान दोहरी फसल लेने के साथ साथ वर्ष भर सब्जी उगाते है। जिसे पंचायत व आसपास के किसान व ग्रामीण जन प्रतिदिन अपनी ताजी सब्जियों को बाजार में बेचते हैं जिससे उन्हें रोजगार भी प्राप्त हो रहा है। साथ ही २५ मछुवारा परिवार को मछली व जलीय कांदा, सिंघाड़ा व अन्य जलीय वस्तुओं से रोजगार प्राप्त होता है। साथ ही विगत ५-६ वर्ष पूर्व ग्राम पंचायत पांढरवानी लालबर्रा द्वारा जल संरक्षण क्षेत्र में किये गये कार्य से पिछले ५-६ वर्षों से लालबर्रा पंचायत सहित निकट के ग्रामों में भीषण गर्मी में भी बेहतर वाटर लेबल बना हुआ है। वहीं पंचायत के इस कार्य की प्रशंसा केंद्र सरकार डीआरडी मंत्रालय नई दिल्ली सहित प्रदेश सरकार द्वारा की गई है तथा ग्राम पंचायत के तालाब से तालाब जोडऩे का कार्य देखने नई दिल्ली व भोपाल तक के बड़े अधिकारी निरीक्षण कर देख चुके हैं। यदि सभी ग्राम पंचायत के प्रतिनिधि इस लालबर्रा पंचायत जैसे ही वर्षा जल को गांव का पानी गांव में रोकने संग्रहित करने का कार्य करेंगे तो निश्चित रूप से सम्पूर्ण क्षेत्र का जल स्तर भीषण गर्मी में भी बना रहेगा।

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