मध्य प्रदेश शासन के लोक निर्माण विभाग सहित अन्य विभाग में कार्यरत चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी निवास बाघ कॉलोनी के लिए शासन के पास कोई नई योजना नहीं है नतीजा जर्जर सड़क और टूटी छत के नीचे रहने को यह कर्मचारी परेशान है।
ऐसा नहीं है कि यह हालात आजकल की बात हो वर्षों से लोग निवास कर रहे हैं लेकिन उनके सरकारी क्वार्टर की मरम्मत नहीं की गई इस कारण छत जर्जर हो चुकी है। हालात इतने अधिक खराब है कि अधिकांश सरकारी कर्मचारी क्वार्टर की छत पर पॉलिथीन लगाकर उसके भरोसे बारिश से अपना बचाव कर रहे हैं।
स्थानीजनों ने बताया कि लोक निर्माण विभाग द्वारा प्रथम श्रेणी से लेकर द्वितीय श्रेणी अधिकारी और चतुर्थी और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के लिए यह कालोनी बनाई गई। अधिकारी के बगलों को सिविल लाइन और कर्मचारियों के क्वाटर को बाघ कालोनी नाम दिया गया।
लेकिन अब मामला उल्टा हो चुका है प्रथम श्रेणी और द्वितीय श्रेणी के अधिकारी अपने आवास की मरम्मत लाखों रुपए खर्च कर सकते हैं पर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के निवास के लिए कोई पैसा खर्च नहीं किया जा रहा।
इस विषय पर वार्ड नंबर 14 बाघ कॉलोनी क्षेत्र के निवर्तमान पार्षद यासीन खान कहते हैं कि उनके द्वारा उनके कार्यकाल में सड़क निर्माण के लिए लोक निर्माण विभाग से अनुमति मांगी गई थी जो मिले नहीं।
दूरभाष पर चर्चा के दौरान लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री बीएस अडमे ने बताया कि वर्तमान समय में लोक निर्माण विभाग के अधीनस्थ क्वाटर मरम्मत सहित अन्य कार्य के लिए शासन की ओर से कोई योजना नहीं है। हालांकि समय-समय पर प्रस्ताव भेजे गए हैं।