नगर मुख्यालय के तहसील कार्यालय के समीप से होकर गुजरे लालबर्रा से बोरी पहुंच मार्ग पर सर्राटी नदी में बना पुल दो वर्ष पूर्व तेज बारिश में नदी में बाढ़ आने से पुल बहने के साथ ही क्षतिग्रस्त हो चुका है। जिसके कारण दर्जनों ग्रामों के ग्रामीणजनों, स्कूली ब’चों व राहगीरों को आने-जाने में बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और क्षतिग्रस्त पुल का मरम्मत कार्य या फिर नवीन पुल का निर्माण करवाने की मांग विगत दो वर्ष से स्थानीयजनों, राहगीर, ग्रामीणजन एवं छात्र-छात्राओं के द्वारा शासन-प्रशासन से किया जा रहा है परन्तु प्रशासन की लापरवाही एवं जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के चलते दो वर्ष बीत जाने के बाद भी अब तक सर्राटी नदी में बने क्षतिग्रस्त पुल का मरम्मत कार्य या नवीन पुल का निर्माण कार्य नही किया गया है। जिसके कारण बोरी, बल्हारपुर सहित दर्जनों ग्रामों के ग्रामीणजनों में आवागमन करने में बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और बारिश होने से सर्राटी नदी में पानी बढ़ जाने के बाद भी कुछ लोग कम दुरी होने के कारण नदी के अंदर से जो पूर्व में आवागमन के लिए अस्थाई मार्ग बनाया गया था उस रास्ते से जान जोखिम में डालकर आना-जाना कर रहे है तो वहीं कुछ लोग अधिक दुरी तय कर लालबर्रा मुख्यालय आ रहे है जिससे उन्हे खासा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही हर समय दुर्घटना घटित होने की संभावना बनी हुई है परन्तु प्रशासन के द्वारा इस समस्या की ओर कोई ध्यान नही दिया जा है और इस बार तेज बारिश के साथ ही बाढ़ आती है तो पुल को जो हिस्सा सुरक्षित बचा हुआ है वह भी ढहने के साथ ही पानी के साथ बह सकता है जिससे शासन-प्रशासन को लाखों रूपयों का नुकसान हो सकता है। वहीं पुल दो हिस्सों से क्षतिग्रस्त हुआ है उसके बाद भी कुछ लोग क्षतिग्रस्त पुल के ऊपर से बीच में टहलने जा रहे है। अगर अचानक नदी में पानी बढऩे के साथ ही बाढ़ आ जाती है तो जिस ओर से पुल कमजोर हो चुका है वह टुटकर धसक जाता है जिससे उनके साथ बड़ी दुर्घटना घटित हो सकती है परन्तु प्रशासन के द्वारा क्षतिग्रस्त पुल की ओर प्रतिबंधित है संबंधित कोई सूचना बोर्ड भी नही लगाया गया है। जिसके कारण लोग जानकारी के अभाव में क्षतिग्रस्त पुल एवं सर्राटी नदी पानी के अंदर से आना-जाना वर्तमान समय में कर रहे है। वहीं नदी में अधिक पानी होने पर आवागमन भी पुर्णत: बंद हो जायेगा। जिससे दर्जनों ग्रामों के ग्रामीणजन एवं स्कूल व कालेज में पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों को बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
आपकों दे कि लालबर्रा से बोरी पहुंच मार्ग स्थित सर्राटी नदी पर विगत वर्ष पूर्व मंडी निधि बोर्ड से लाखों रूपयों की लागत से पुल का निर्माण किया गया था परन्तु यह निर्माण कार्य गुणवत्तापूर्ण नही होने के कारण दो वर्ष पूर्व हुई तेज बारिश में नदी में बाढ़ आने से पुल क्षतिग्रस्त हो गया क्योंकि नदी में बाढ़ आने से नदी के दोनों साइड की मिट्टियों का तेजी से कटाव होने के कारण पुल के दोनों साइड की सडक़े तेजी से बह गई एवं पुल क्षतिग्रस्त हो गया है। जिसका मरम्मत कार्य एवं नवीन पुल निर्माण करवाने की दो वर्ष से मांग की जा रही है परन्तु प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों के द्वारा सिर्फ आश्वासन ही दिया जा रहा है परन्तु पुल क्षतिग्रस्त हुए दो साल बीत जाने के बाद भी अब तक पुल का निर्माण या फिर मरम्मत कार्य नही करवाया गया है जिससे सभी में शासन-प्रशासन के प्रति आक्रोश व्याप्त है। जबकि गर्मी के दिनों में लोगों को आने-जाने में हो रही परेशानी को देखते हुए प्रधानमंत्री ग्रामीण सडक़ विभाग के द्वारा सर्राटी नदी के अंदर से अस्थाई मार्ग का निर्माण किया गया था जिससे लोग आवागमन करते थे परन्तु बारिश होने से नदी में पानी बढ़ जाने के कारण अब आने-जाने वालों का आवागमन बाधित हो चुका है। ऐसी स्थिति में उन्हे अधिक दुरी तय कर हाईवे मार्ग मानपुर होते हुए लालबर्रा मुख्यालय आना पड़ रहा है। जबकि इस मार्ग पर ट्राफिक अधिक होने के कारण सबसे अधिक परेशानी स्कूल एवं कालेज पढ़ाई करने आने वाले छात्र-छात्राओं को होती है और उन्हे हर समय दुर्घटना घटित होने का डर बना रहता है और तहसील कार्यालय से बोरी पहुंच मार्ग कम दुरी वाला मार्ग होने के कारण सबसे अधिक स्कूल, कालेज व ग्रामीणजन एवं राहगीर इसी मार्ग का उपयोग करते थे क्योंकि इस मार्ग पर सभी शासकीय कार्यालय एवं स्कूल-कालेज भी स्थित है परन्तु पुल क्षतिग्रस्त हुए दो साल बीत जाने के बाद भी अब तक नही बना पाया है जिससे सभी परेशान है। वहीं ग्रामीण एवं राहगीरों का कहना है कि तहसील कार्यालय के आगे सर्राटी नदी पर बना पुल क्षतिग्रस्त हुए दो वर्ष हो चुका है लेकिन अब तक पुल नहीं बनाया गया है जिसके कारण बारिश में यह रास्ता बंद हो जाता है जिसके कारण नगर मुख्यालय से बोरी, बल्हापुर, मोहगांव, मरेरा सहित अन्य ग्राम का संपर्क टूट जाता है और लोग जान-जोखिम में डालकर पुल पार करके आना-जान करते है। साथ ही नदी के उस पार स्कूल, कॉलेज तहसील कार्यालय, महाविद्यालय सहित अन्य शासकीय कार्यालय स्थित हैं। बारिश में बच्चे स्कूल नहीं जाते हैं वहीं स्कूल-कालेज जाने वाले बच्चों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वहीं नदी में कम पानी होने के कारण ग्रामीणजन व स्कूली बच्चें नदी पार का आवागमन कर रहे है जिससे किसी भी समय दुर्घटना घटित होने की संभावना बनी हुई है। साथ ही यह भी कहा कि ग्रामीणों के द्वारा विगत वर्ष से पुल का निर्माण करवाने की मांग की जा रही है लेकिन ध्यान नहीं दिया जा रहा है जिससे सभी में प्रशासन के प्रति आक्रोश व्याप्त है।