विकेटकीपर बल्लेबाज नमन ओझा ने सोमवार को क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास का ऐलान कर दिया। मध्य प्रदेश के रहने वाले ओझा ने टीम इंडिया के लिए कुल चार मैच खेले, जिसमें एक टेस्ट, एक वनडे और दो टी20 अंतरराष्ट्रीय शामिल हैं। घरेलू क्रिकेट में शानदार रिकॉर्ड के बावजूद ओझा के अंतर्राष्ट्रीय स्तर खेलने की की संभावनाएं सीमित रहीं। ऐसा महेंद्र सिंह धोनी के विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में उभरने के बाद हुआ। ओझा के नाम आज भी रणजी ट्रॉफी में एक विकेटकीपर के रूप विकेट के पीछे सबसे अधिक शिकार करने का रिकॉर्ड है।
2015 में खेला था आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच
नमन ओझा ने घरेलू क्रिकेट में साल 2001 में डेब्यू किया था। उन्हें जून, 2010 में वनडे मैच से अपना अंतरराष्ट्रीर करियर शुरू करने का मौका मिला। उन्होंने इस मैच में महज 1 रन बनाया। इसके बाद ओझा ने उसी महीने जिम्बाब्वे के खिलाफ टी20 अंतरराष्ट्र डेब्यू किया, जिसमें वह कोई छाप नहीं छोड़ पाए। उन्होंने अगस्त, 2015 में श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट करियर का आगाज किया। इस मैच की दो पारियों में उन्होंने 56 रन बनाए। हालांकि, उनका करियर फिर ढलान से उतर गया। यह टेस्ट ओझा का आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच साबित हुआ।
नमन ओझा ने आईपीएल में खेले 113 मैच
नमन ओझा का अंतरराष्ट्रीय करियर भले ही ज्यादा लंबा न चला हो, लेकिन उन्होंने इंडियन प्रीमियर लीग में जबरदस्त प्रदर्शन किया। वह आईपीएल में स्टार खिलाड़ी रहे। उन्होंने साल 2009 में आईपीएल में डेब्यू किया और साल 2018 तक कुल 113 मुकाबले खले। उन्होंने निचले क्रम में बल्लेबाजी करने के बावजूद 1554 रन बनाए। उनका उच्चतम स्कोर नाबाद 94 रन रहा। उन्होंने विकेट के पीछे 64 कैच लपके और 10 स्टंप आउट किए। ओझा 146 फर्स्ट क्लास और 143 लिस्ट एक मुकाबले भी खेल चुके हैं, जिसमें उनका सर्वाधिक स्कोर क्रमश: नाबाद 219 और 167 रन है।