भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर शुक्रवार को तीन दिवसीय यात्रा पर मालदीव पहुंचे। उनकी यात्रा ऐसे समय में हो रही है, जब मालदीव नई दिल्ली के साथ संबंधों को सुधारने की कोशिश कर रहा है। यात्रा के दौरान जयशंकर का ध्यान मोहम्मद मुइज्जू की अगले होने वाली संभावित भारत यात्रा को लेकर तैयारियों पर है। मुइज्जू के राष्ट्रपति बनने के बाद मालदीव में सहायता के लिए तैनात भारतीय सैन्य कर्मियों को वापस बुलाने की मांग पर जोर देने के बाद दोनों देशों के संबंध खराब हो गए थे। मोहम्मद मुइज्जू जून में मोदी सरकार के शपथ ग्रहण के लिए पहली बार भारत आए थे। सितम्बर में मुइज्जू के पहली पूर्ण राजकीय यात्रा पर आने की संभावना है।
मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर ने इसी मई में भारत का दौरा किया था, जिसमें उन्होंने मुइज्जू की यात्रा के संकेत दिए थे। इसके पहले जयशंकर ने जनवरी 2023 में मालदीव का दौरा किया था, जब माले में इब्राहिम सोलेह की सरकार थी। जयशंकर और जमीर ने इससे पहले जनवरी में युगांडा की राजधानी कंपाला में गुटनिरपेक्ष आंदोलन के दो दिवसीय शिखर सम्मेलन में मुलाकात की थी। जयशंकर की यात्रा के बारे में जानकारी देते हुए मालदीव के विदेश मंत्रालय ने गरुवार को बताया कि इस दौरान नई दिल्ली और माले हाई इम्पैक्ट कम्युनिटी डेवलपमेंट प्रोजक्ट और भारत के एग्जिम बैंक की लाइन ऑफ क्रेटिड सुविधा के तहत पूरी की गई परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे।
मालदीव को बताया प्राथमिकता
जयशंकर ने माले में अपने समकक्ष से मुलाकात के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘मालदीव हमारी ‘पड़ोसी पहले’ नीति की आधारशिलाओं में से एक है, यह हमारे ‘विजन सागर’ और साथ ही ‘ग्लोबल साउथ’ के प्रति हमारी प्रतिबद्धता के लिए भी अहम है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शब्दों में संक्षेप में कहें तो – भारत के लिए पड़ोस प्राथमिकता है और पड़ोस में मालदीव प्राथमिकता है।’ जयशंकर ने कहा, ‘हम इतिहास और रिश्तेदारी के सबसे करीबी बंधन भी साझा करते हैं।’
मूसा जमीर के साथ चर्चा
माले में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने समकक्ष मूसा जमीर के साथ सुरक्षा, व्यापार और डिजिटल सहयोग पर चर्चा की। दोनों नेताओं ने संयुक्त रूप से स्ट्रीट लाइटिंग, मानसिक स्वास्थ्य, बच्चों की स्पीच थेरेपी और विशेष शिक्षा के क्षेत्रों में छह परियोजनाओं का उद्घाटन किया।विदेश मंत्री जयशंकर ने शुक्रवार देर रात एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘आज माले में विदेश मंत्री मूसा जमीर के साथ सार्थक चर्चा हुई। इस एजेंडे में विकास साझेदारी, क्षमता निर्माण, द्विपक्षीय और क्षेत्रीय सुरक्षा, व्यापार और डिजिटल सहयोग में हमारी भागीदारी शामिल थी। इसके अलावा स्ट्रीट लाइटिंग, मानसिक स्वास्थ्य, बच्चों की स्पीच थेरेपी और विशेष शिक्षा के क्षेत्रों में 6 उच्च प्रभाव वाली परियोजनाओं का संयुक्त रूप से उद्घाटन किया गया।’