बालाघाट(पदमेश न्यूज़)
शनिवार को नगर मुख्यालय के कमला नेहरू प्रेक्षागृह में पंचायत सचिव संगठन के प्रदेश अध्यक्ष नरेन्द्रसिंह राजपूत के आतिथ्य में प्रदेश पदाधिकारियों की मौजूदगी में चिंतन बैठक और नवनियुक्त जिलाध्यक्ष जितेन्द्र चित्रिव और कार्यकारिणी का शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया गया। इस दौरान पंचायत सचिवों की समस्याओं और उनके हितों से जुड़े विषयों पर विस्तारपूर्वक चर्चा की गई। मीडिया से चर्चा में प्रदेश अध्यक्ष नरेन्द्रसिंह राजपूत ने जिला प्रशासन को चेतावनी दी कि वह अपनी कार्यप्रणाली पर सुधार लाए।बालाघाट पहुंचे प्रदेश अध्यक्ष नरेन्द्रसिंह राजपूत ने बताया कि पंचायत सचिवों के वेतन दिए जाने की प्रक्रिया में सुधार आया है, अब हमारा प्रयास है कि माह की पहली तारीख को पंचायत सचिवों को वेतन दिलाया जाए। सरकार से चर्चा चल रही है कि पंचायत सचिवों का भुगतान ग्लोबल बजट से किया जाए।
हम जब तक चुप हैं तब तक चुप है। वरना हमसे ज्यादा खूंखार कोई नहीं
आयोजित कार्यक्रम के दौरान मंच पर उपस्थित प्रदेश अध्यक्ष ने अपने संबोधन में जिला प्रशासन को चेतात हुए कहा कि पूरे प्रदेश में पंचायत सचिव ग्रामीण विकास की धुरी है, जो 75 प्रतिशत योजना और राशि को चलाते है। हमने जानकारी मिली है कि जिले में वरिष्ठ अधिकारी द्वारा पंचायत सचिव को परेशान किया जाता है। पंचायत सचिवों से जानवर भगाए जा रहे है। शनिवार को काम लिया जा रहा है, जबकि सामान्य प्रशासन का पांच दिनों के काम का नियम है जो पंचायत सचिव पर लागु होता है। जिला प्रशासन यह जान ले कि हम चुप है तो चुप है, अन्यथा पंचायत सचिव सबसे ज्यादा खुंखार है। हम सरकार और प्रशासन से टकराना नहीं चाहते है। समन्वय से काम करना चाहते है लेकिन हमारे हितों पर कुठाराघात होगा तो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
पंचायत सचिवों की समस्याओं और अधिकारों को लेकर प्रयत्न करेंगे -जितेंद्र
आयोजित कार्यक्रम को लेकर की गई चर्चा के दौरान मध्य प्रदेश पंचायत सचिव संगठन नवनियुक्त जिलाध्यक्ष जितेन्द्र चित्रीव ने बताया कि संगठन द्वारा उन्हें जो जिम्मेदारी दी गई है वह उसकी पूर्ण निष्ठा और ईमानदारी के साथ पालन करेंगे।मध्यप्रदेश पंचायत सचिव संगठन हमेशा ही पंचायत सचिवों की समस्याओं और अधिकारों को लेकर सरकार से चर्चा की जाएगी। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जल्द ही वह किरनापुर में सचिवो की बैठक लेंगे और सीईओ से चर्चा करेंगे कि पंचायत सचिव आपके अधिनस्थ कर्मचारी है, उनसे अभद्रता व्यवहार और भाषा का संभलकर उपयोग करें।