इंडियन आर्मी में मेडिकल असिस्टेंट की नौकरी से सेवानिवृत्त होकर लौटे, फौजी कैप्टन लेखराम गौतम का शुक्रवार को दोपहर 1 बजे बालाघाट पहुंचने पर पूर्व सैनिक कल्याण संघ, शहर के नागरिको और परिजनों ने उनका स्वागत किया। जयस्तंभ चौक पर सेवानिवृत्त कैप्टन लेखराम गौतम के पहुंचे। जहां से उनके स्वागत रैली प्रारंभ होकर नगर के प्रमुख चौराहो से घर तक पहुंची। इस दौरान जगह-जगह उनका स्वागत किया गया। जिनके, घर लौटने पर उनके 32 साल की सर्विस का केक काटा गया। यहां पूर्व मंत्री गौरीशंकर बिसेन ने उनका शॉल और श्रीफल से अभिनंदन किया। इस दौरान उनका पूरा, शहर के नागरिक और स्नेहीजन मौजूद थे।
कैप्टन लेखराम गौतम ने बताया कि आर्मी में उनकी मेडिकल असिस्टेंड पर पहली पोस्टिंग 28 नवंबर 1992 में लखनऊ में हुई थी। जिसके बाद श्री गंगानगर, भटिंडा, ग्वालियर, ग्लेशियर बॉर्डर, अहमदनगर और कश्मीर में रहे। कश्मीर में उन्होंने 11 साल तक फौज में काम किया। इस दौरान उनका अनुभव काफी अच्छा रहा। रिटायर्ड कैप्टन लेखराम गौतम ने बताया कि तब और आज के कश्मीर में काफी कुछ बदला है, खासकर कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद कश्मीर, अलग नजर आता है, उन्होंने बताया कि कश्मीर की आवाम, शांति चाहती है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि दहशतगर्दी और आतंकी घटना, कश्मीर की शंात प्रिय जनता को भयभीत नहीं कर सकती है, वह कोई बड़ी बात नहीं है, जिनसे निपटना, हमारी सेना अच्छी से जानती है। उन्होंने युवाओं को सेना में जाने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि सेना का माहौल काफी अच्छा है, जिसमें ना केवल हमें देशसेवा का मौका मिलता है बल्कि वहां का माहौल भी फेेंडली है। उन्होंने कहा कि अब वह अपना शेष जीवन सामाजिक सेवा और सेना में जाने वाले युवाओं को प्रेरित करेगे। जो भी युवा सेना में जाना चाहते है और यदि उन्हें कोई मार्गदर्शन की जरूरत है तो उन्हे मार्गदर्शित किया जाएगा।