भारतीय टीम जब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज यानी बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी खेलने उतरेगी तो उसे बॉलिंग से अधिक बैटिंग में खुद को साबित करना होगा। कप्तान रोहित शर्मा की गैरमौजूदगी में पूरा प्रेशर विराट कोहली पर है। पर्थ की तेज पिच पर अतिरिक्त पेस और बाउंस के आगे भारतीय टीम को पैट कमिंस, मिचेल स्टार्क और जोश हेजलवुड जैसे लंबे कद के तेज गेंदबाजों का सामना करना कोई आसान काम नहीं होगा। हालांकि, यह ऐसा नहीं है कि वे इनका सामना नहीं कर सकते, या रन नहीं बना सकते, लेकिन इसके लिए उन्हें कुछ हथकंडे अपनाने होंगे…
भारतीय बल्लेबाज लंबे समय से घर पर टेस्ट सीरीज खेल रहे थे। अब उन्हें ऑस्ट्रेलिया में अलग कंडीशन मिलेगा ऐसे में उन्हें अपना टेम्पलेट बदलने की सबसे जरूरत है। यह ठीक उसी तरह से होगा जैसे जोश में भी होश बनाए रखना। भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलियाई केवल मानसिक रूप से उकसाने की कोशिश करेंगे, बल्कि चाहेगी कि वे अधिक आक्रामक होकर जवाब दें, लेकिन ऐसा करना खतरनाक हो सकता है।