खबर प्रशासन के बाद नींद से बेदार हुई नपा

0

पदमेश न्यूज़ और बालाघाट एक्सप्रेस अखबार की खबर का असर एक बार फिर देखने को मिला है। जहां खबर के प्रकाशन के बाद नगर पालिका अपनी गहरी नींद से बेदार हुई और उनके जिम्मेदारों ने वैनगंगा नदी के छोटे पुल पर जल संचय के लिए राहत का डैम बनाने का कार्य शुरू कर दिया है। इसके लिए इस बार नदी के छोटे पुल पर 462 प्लेट लगाकर चैनल गेट के माध्यम से जल संचय का कार्य किया जा रहा है।आपको बताएं कि पदमेश न्यूज़ और बालाघाट एक्सप्रेस अखबार में 19 जनवरी के अंक में “राहत का डैम बनाने और कितना इंतजार?, वर्ष 2017 की तरह 2025 में गहरा ना जाए जल संकट” नामक हेडिंग लगाकर इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया गया था। जिसमें यह बताया गया था कि वर्ष 2017 में भीषण जल संकट का नगर वासियों को सामना करना पड़ा था। वहीं वर्ष 2017 में गहराए जल संकट का हवाला देते हुए जल्द से जल्द नदी के छोटे पल पर चैनल गेट लगाकर पुल बंधन का कार्य कर जल संचय किए जाने की बात कही गई थी। जहां खबर प्रकाशन के तुरंत बाद नपा के जिम्मेदार हरकत में आए और उन्होंने जल संचय के लिए आवश्यक कार्य करने शुरू कर दिए। जिसका नतीजा यह निकला कि खबर प्रकाशन के आज 08 दिन बाद 27 जनवरी सोमवार से वैनगंगा नदी के छोटे पुल को चैनल गेट से बांधने का कार्य शुरू कर दिया गया है। जिसका निरीक्षण भी आज नगर पालिका अध्यक्ष भारती सुरजीत सिंह ठाकुर, जलप्रदाय सभापति समीर जायसवाल, स्वास्थ्य शाखा सभापति श्रीमती संगीता खगेश कावेरे, सीएमओ बीड़ी कतरोलिया, उपयंत्री श्रीमती ज्योति मेश्राम, जल शाखा प्रभारी भुवनेश्वर शिव सहित जलप्रदाय शाखा के अन्य अधिकारी कर्मचारी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

20 से 25 दिनों में पूरा होगा कार्य
आपको बताएं कि 27 जनवरी से शुरू हुआ जल संचय का यह कार्य आगामी 20 से 25 दिनों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। जिसके लिए इस बार 462 प्लेट डालकर चैनल गेट के माध्यम से छोटे पुल को बांधकर जल संचय का कार्य किया जा रहा है। इसके लिए सभी 462 प्लाटों को गर्रा चौकी में पुलिस निगरानी में रखा गया है।ताकि अज्ञात व्यक्ति द्वारा उनकी चोरी ना की जा सके। ज्ञात हो कि पिछले वर्ष 16 फरवरी से पुल बंधन का कार्य शुरू किया गया था। जबकि वर्ष 2025 में 27 जनवरी से ही जल संचय का कार्य शुरू कर दिया गया है।

विधिवत पूजन अर्चन कर शुरू किया पुल बंधन का कार्य
आपको बताए कि ग्रीष्मकाल प्रारंभ होने वाला है और इसकी तैयारियां नगर पालिका परिषद बालाघाट ने प्रारंभ कर दी है। जीवनदायिनी वैनगंगा नदी से पर्याप्त जलापूर्ति शहर में हो सके इसके लिये नदी के छोटे पुल पर स्टापडेम का निर्माण कार्य प्रारंभ हो गया है। 27 जनवरी को नपाध्यक्ष भारती सुरजीसिंह ठाकुर ने विधिवत पूजन अर्चन कर कार्य शुरू कराया।वही जल संचय की क्षमता सहित जलप्रदाय से जुड़ी जानकारियां लेकर उचित दिशा-निर्देश दिये।उन्होंने चर्चा में कहा कि छोटे पुल पर स्टापडेम का काम पूर्ण किया जा रहा है। ग्रीष्मकाल में शहरवासियों को पर्याप्त जल उपलब्ध हो सके इसके लिये नगरपालिका परिषद बालाघाट तैयारियां कर रही है। जलप्रदाय नियमित रूप से किया जाना हमारी प्रतिबद्धता है और हम इसे लेकर कोई कसर बाकी नहीं रखना चाहते है। उन्होंने कहा कि वैनगंगा नदी का जलस्तर कम हुआ है जिसे लेकर जल संचय किये जाने स्टापडेम बनाया जा रहा है।

पानी की बर्बादी को रोकना समय की आवश्यकता- भारती
चर्चा के दौरान उन्होंने आगे बताया कि जल संरक्षण करना केवल नपा या किसी संस्थान की जवाबदेही नहीं बल्कि आम नागरिकों को भी इसे लेकर प्रयास करना चाहिये। जल संरक्षण के महत्व तथा पानी की उपयोगिता को समझना होगा। उन्होंने बताया कि नपा बालाघाट द्वारा शहरवासियों को उतना जलप्रदाय किया जा रहा है जितना कि वर्ष2035- 2040 में आवश्यकता होगी। उन्होंने नगरवासियों से वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम जरूर लगाने का आग्रह किया ताकि भूजल स्तर बढ़ा सकें और भविष्य में पानी की कमी से निपट सकें, साथ ही उन्होंने कहा कि जितना उपयोग हो उतना ही जल का इस्तेमाल करें और अनावश्यक नलों को खुला छोड़कर पानी की बर्बादी होने से रोके जिससे कि भविष्य में जलसंकट की स्थिति निर्मित ना हो।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here