सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लांजी के डॉक्टर प्रदीप गेडाम के विरुद्ध बलात्कार का अपराध दर्ज

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बालाघाट /माननीय उच्च न्यायालय जबलपुर के आदेश पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लांजी के डॉक्टर प्रदीप गेडाम के विरुद्ध बलात्कार का अपराध दर्ज किया गया है। पुलिस थाना लांजी में डॉ प्रदीप गेडाम के विरुद्ध बलात्कार का यह अपराध लांजी के वार्ड नंबर 6 में रहने वाली एक 49 वर्षीय महिला द्वारा की गई शिकायत पर दर्ज किया गया है। अभी इस मामले में डॉक्टर प्रदीप गेडाम की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। लांजी पुलिस द्वारा अपराध दर्ज करने के बाद इस मामले की विवेचना की जा रही है। वही अपराध दर्ज होने की भनक लगते ही डॉक्टर प्रदीप गेडाम अपने निवास में नहीं है। वे फरार हो गए।।

प्राप्त जानकारी के अनुसार लांजी के वार्ड नंबर 6 में रहने वाली यह महिला 2007 से सिविल अस्पताल लांजी में आशा सुपरवाइजर के पद पर कार्यरत है। 2013 में इस महिला के पति की बीमारी से मौत हो गई है। सन 2007 से इस महिला की डॉक्टर प्रदीप गेडाम से जान पहचान है। सन 2016 में डॉ प्रदीप गेडाम ने इस महिला को शादी का झांसा दिया। और शादी करके बच्चों की नौकरी लगवाने तथा बेटी की शादी का खर्चा भी देने के अलावा मकान बनवाने भी कहा था। जब यह महिला इस बात से इंकार हो गई। तब प्रदीप गेडाम इस महिला को धमकी देने लगा कि तुम्हें काम से निकलवा दूंगा, ठीक से काम नहीं करती कहकर और दबाव बनाने लगा था। 20 सितंबर 2016 दिन मंगलवार को टीकाकरण के काम से यह महिला सामुदायिक केंद्र लांजी आई थी। टीकाकरण के बाद दोपहर में 2:00 बजे डॉक्टर प्रदीप गेडाम ने इस महिला को अस्पताल के रिकॉर्ड चेक करवाने के लिए अपने अस्पताल परिसर में स्थित सरकारी क्वार्टर में बुलाया और जहा डॉक्टर प्रदीप गेडाम ने इस महिला के साथ जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाए और यह बात किसी को बताने पर नौकरी से निकलवाने और जान से मारने की धमकी दी थी। इसके बाद डॉक्टर प्रदीप गेडाम इस महिला को अक्सर अस्पताल के रिकॉर्ड चेक करने के बहाने अपने क्वार्टर में बुलाकर उसके साथ शारीरिक संबंध बनाते रहता था और बोलते रहता कि मैं तुम्हें हमेशा अपने साथ ही रखूंगा। 20 सितंबर 2016 से 4 फरवरी 2024 तक डॉ प्रदीप गेडाम ने इस महिला के साथ कई बार शारीरिक संबंध बनाये। महिला जब भी डॉक्टर प्रदीप गेडाम को रिपोर्ट करवाने के लिए बोलती थी तब डॉक्टर प्रदीप गेडाम इस महिला को डरा धमकाते रहता था और उसने कोरे स्टाम में महिला से साइन करवा लिए थे। डॉ प्रदीप गेडाम द्वारा दी गई धमकी के कारण महिला ने यह बात अभी तक किसी को नहीं बताई थी। डॉ प्रदीप गेडाम अपने पद का प्रभाव बताकर इस महिला को कहीं भी रिपोर्ट करने नहीं देते थे। जब भी यह महिला शिकायत करती थी। तब डॉ प्रदीप गेडाम इस महिला पर दबाव बनाकर उसे शिकायत वापस लेने मजबूर कर देते थे। डॉक्टर प्रदीप की इस हरकत से परेशान होकर इस महिला ने हाई कोर्ट जबलपुर से डॉ प्रदीप गेडाम के विरुद्ध एफ आई आर करवाने के आदेश करवाई थी। 31 जनवरी की रात्रि 12:00 बजे करीब इस महिला ने पंचायत सदस्य ज्योति उमरे, ईश्वर उमरे के साथ पुलिस थाना लांजी पहुंचकर डॉ प्रदीप गेडाम के विरुद्ध बलात्कार का अपराध दर्ज करने के संबंध में एक लिखित शिकायत पेश की थी। इस महिला द्वारा की गई शिकायत पर पुलिस थाना लांजी में डॉ प्रदीप गेडाम के विरुद्ध धारा 376(2)एन,506 भादवि के तहत अपराध दर्ज किया गया। लांजी पुलिस द्वारा इस मामले की विवेचना की जा रही है। इधर अपराध दर्ज होने की भनक लगते ही डॉक्टर प्रदीप गेडाम फरार हो गए हैं।

उचित वैधानिक कार्रवाई की जाएगी- अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के एल बंजारे

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के एल बंजारे ने बताएं कि माननीय हाईकोर्ट जबलपुर की रीट पिटीशन क्रमांक 369/024 के माध्यम से आदेशित किया गया की प्रार्थिया अगर थाने में आकर अपनी कार्रवाई करा सकती है। माननीय हाई कोर्ट जबलपुर के आदेश के पालन में 31 जनवरी 2025 को डॉक्टर प्रदीप गेडाम जो लांजी के अस्पताल में पदस्थ है उनके विरुद्ध धारा 376(2)एन 506 भादवि के तहत अपराध कायम किया गया है। घटना 20 सितंबर 2016 से 4 फरवरी 2024 के बीच का है। जिसमें प्रार्थिया के साथ झांसा देकर बलात्कार करना बताया गया है।अभी ड़ा प्रदीप गेडाम की गिरफ्तारी नहीं हुई है। उचित वैधानिक कार्यवाही की जाएगी। अभी विवेचना की जा रही है।

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