वॉशिंगटन: धरती की तरफ बढ़ते एक विशाल एस्टेरॉयड (क्षुद्रग्रह) ने वैज्ञानिकों की चिंता बढ़ा दी है। संयुक्त राष्ट्र के खगोलविद इस क्षुद्रग्रह पर नजर रख रहे हैं, जिसके पृथ्वी से टकराने का अंदेशा जताया गया है। यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ईएसए) ने कहा है कि एस्टेरॉयड के 22 दिसंबर 2032 को पृथ्वी के पास सुरक्षित रूप से गुजरने की 99 फीसदी संभावना है लेकिन बाकी एक फीसदी टकराव की संभावना को नकारा नहीं जा सकता है। ऐसा कोई भी टकराव एक बड़ी तबाही का सबब बन सकता है। इस तबाही की जद में दक्षिण एशिया के देश (भारत-पाकिस्तान और आसपास के मुल्क) भी आ सकते हैं।
इस क्षुद्रग्रह का नाम 2024 YR4 है, जिसका आकार 40 से 90 मीटर के बीच है। ईएसए का कहना है कि इसके सुरक्षित रूप से पृथ्वी से टकराव की संभावना 1.3 फीसदी आंकी गई है। ऐसे में संयुक्त राष्ट्र की ग्रह रक्षा संस्थाएं एक क्षुद्रग्रह की बारीकी से निगरानी कर रही हैं। खगोलविद फिलहाल क्षुद्रग्रह के आकार और गति की गणना कर रहे हैं। इसे टोरिनो इम्पैक्ट हैजर्ड स्केल पर 3 का दर्जा दिया गया है।
अगर टकराव हुआ तो मचेगी तबाही
एक्सपर्ट का कहना है कि यह एस्टेरॉयड अगर पृथ्वी से टकराता है तो इसमें परमाणु बम जितनी तबाही मचाने की शक्ति होगी। यह किसी आबादी वाले इलाके में गिरता है तो इससे गंभीर नुकसान होगा। हालांकि यह अधिक संभावना है कि YR4 समुद्र या धरती के किसी दूरस्थ भाग में गिरेगा। इस समय यह पृथ्वी से बहुत दूर है। अभी ये तय करना मुश्किल है कि टकराव की स्थिति में इससे क्या प्रभाव होगा।