मेक इन इंडिया vs मेक अमेरिका ग्रेट अगेन? ट्रंप ने मस्क के भारत में फैक्ट्री लगाने की संभावना पर कह दी बड़ी बात

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नई दिल्ली : पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा के बाद अब मेक इन इंडिया बनाम मेक इंडिया ग्रेट अगेन आमने सामने हैं। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एलन मस्क की टेस्ला को लेकर बड़ी बात कही है। डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के साथ बिजनेस में बाधाओं और टैरिफ को लेकर चिरपरिचित अंदाज में टिप्पणी की। फॉक्स न्यूज पर एलन मस्क के साथ एक स्पेशल इंटरव्यू में इस विषय को उठाया।

मस्क की फैक्ट्री पर टिप्पणी

ट्रंप ने शिकायत की कि दुनिया का हर देश हमारा फायदा उठाता है, और वे ऐसा टैरिफ के जरिए करते हैं। ट्रंप ने कहा ‘उदाहरण के लिए, भारत में व्यावहारिक रूप से कार बेचना असंभव है। यहां 100% आयात शुल्क हैं। उन्होंने आगे कहा कि अब, अगर उन्होंने (मस्क ने) भारत में बनाई है तो यह ठीक है, लेकिन यह हमारे लिए अनुचित है। यह बहुत अनुचित है। ट्रंप के साथ बैठे मस्क ने 100% टैरिफ के अपने दावे का समर्थन किया।

टेस्ला को भारत से उम्मीद

हालांकि टेस्ला ने पहले ही भारत में लोगों को काम पर रखना और शोरूम के लिए जगह खरीदना शुरू कर दिया है। टेस्ला को उम्मीद है कि टैरिफ में कमी आएगी। इससे भविष्य में उत्पादन की संभावनाओं के बीच वह अपनी कारों को प्रतिस्पर्धात्मक रूप से बेच सकेगा। ट्रंप का भारत के टैरिफ और बिजनेस सरप्लस पर ध्यान तब आया है जब भारत अमेरिका के साथ ट्रेड सरप्लस वाले ट्रेड 10 देशों में मुश्किल से जगह बना पाया है।

चीन का अमेरिका के साथ लगभग 300 बिलियन डॉलर का ट्रेड सरपल्स है। ये कुल 1.2 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर के व्यापार घाटे का लगभग एक चौथाई है। भारत के 45 बिलियन डॉलर के व्यापार घाटे का छह गुना है। अमेरिकी राष्ट्रपति जुनूनी तरीके से भारत का जिक्र करते हैं और उसे उसी श्रेणी में रखते हैं, जबकि वाशिंगटन नई दिल्ली को बीजिंग के रणनीतिक प्रतिपक्ष के रूप में पेश करता है।

भारत के टैरिफ पर ट्रंप की राय

ट्रंप नई दिल्ली और उसके टैरिफ को लेकर इतने अधिक परेशान हैं कि उन्होंने मोदी की हाल की व्हाइट हाउस यात्रा के दौरान भारत के बिजनेस सरप्लस को बढ़ाकर 100 बिलियन डॉलर कर दिया। एक अतिशयोक्ति जिसे भारतीय पक्ष ने नजरअंदाज करना चुना, जबकि उन्होंने इस मुद्दे पर मतभेदों को कम करने की कोशिश की।

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