किसान सम्मेलन कार्यक्रम में जिले के अलग-अलग ब्लॉक और क्षेत्र से लोग पहुंचे थे जहां यह कार्यक्रम 11:30 बजे से शुरू होना था, जिसके लिए ग्रामीण क्षेत्र से लोग सुबह से ही मुख्यालय आने के लिए निकल गए थे, जिनके भोजन और जलपान की व्यवस्था संबंधित विभाग के द्वारा की गई थी ,किंतु कुछ ग्रामीणों द्वारा दिए जाने वाले भोजन के पैकेट में आए खाने को दूषित बताया गया तो वहीं संबंधित अधिकारी द्वारा कहा गया कि उन्हें फोन पर शिकायत मिली थी और जब उन्होंने आकर देखा तो उन्हें ऐसा कुछ प्रत्यक्ष रूप से नहीं दिखा और ना ही किसी ने उन्हें इसको लेकर प्रत्यक्ष रूप से शिकायत की हैं ।
आपको बता दे की 1 मार्च को किसान सम्मेलन कार्यक्रम का आयोजन जिला मुख्यालय में आयोजित किया गया था, जहां पर जिले के अलग-अलग ब्लॉक और क्षेत्रों से आमजन सहित किसान इस कार्यक्रम के लिए पहुंचे थे, कार्यक्रम सुबह 11:30 बजे से शुरू होना था, जिसके लिए किसान भाई सहित आमजन अपने घरों से सुबह से ही निकल गए थे, जिनके खाने की व्यवस्था संबंधित विभाग द्वारा उत्कृष्ट के पास की गई थी, जहां पर कुछ आमजन व लोगों ने दिए जाने वाले खाने के पैकेट पर सवाल खड़े किए और उन्होंने बताया कि जो संबंधित विभाग के द्वारा आमजन को खाने के पैकेट दिए जा रहे हैं, उस खाने के पैकेट में पुड़ी , सब्जी और अचार है जिसमें पुड़ियों पर फफूंद लग गई है जिसे उन्होंने खाना नहीं खाया तो वहीं कुछ लोगों का कहना था कि वह बैहर , बिरसा के दुरांचल क्षेत्र से है और वह सुबह से ही आ गए हैं , किंतु उन्हें 2:00 बजे तक खाने की कोई व्यवस्था नहीं की गई जिससे वह भूख के कारण परेशान होते रहे , जबकि वहीं संबंधित विभाग के अधिकारियों का कहना है कि उन्हें किसी ने फोन पर फफूंद लगे भोजन परोसने की शिकायत की थी और जब उन्होंने आकर देख तो ऐसा कुछ उन्हें समझ नहीं आया, उनका कहना था कि एक पैकेट में हो सकता है कि खाना खराब हो गया हो ।
खाने के पैकेट दिये गये थे
कार्यक्रम में शामिल होने आए ग्रामीणों को खाने का पैकेट दिए गए. इन पैकेट में तीन पूड़ी, आलू की सब्जी, आचार और एक मिठाई थी. ऐसे में कुछ पैकेटों में रखे खाने में फफूंद लग गई थी. ऐसे में कुछ लोगों ने इसकी शिकायत भी की. इसके बाद फ़ूड इंस्पेक्टर आकाश श्रीवास्तव ने पैकेट के परोसने पर रोक भी लगा दी।
कार्यक्रम में आए कई लोगों को खाना नहीं मिला – एकम सिंह धुर्वे
बैहर विकासखंड से आए एकम सिंह धुर्वे ने बताया कि गांव से बहुत से लोगों को बसों से लाया गया. यहां पर बच्चे, महिलाएं और बुजुर्गों को भी लाया गया. कई लोगों को खाना भी नहीं मिला. वहीं, पानी के पैकेट बांटे गए लेकिन वो भी धूप में रखे हुए थे।
सिर्फ शिकायत मिली इसकी पुष्टि नहीं हुई – आकाश
आकाश श्रीवास्तव फूड इंस्पेक्टर ने बताया कि खाने में फफूंद की शिकायत मिली है लेकिन इसकी अभी तक पुष्टि नहीं हो पाई है उन्हें किसी ने फोन कर खाना दूषित होने की शिकायत की थी किंतु जब वह खाना वितरण स्थल पर पहुंचे तो वहां ऐसी कोई शिकायत उन्हें किसी ने नहीं बताई जबकि वह स्वयं भी वही का खाना खाएंगे उन्होंने यह भी बताया कि शायद एक डिब्बे में खाना दूषित हो सकता है लेकिन पूरे खाने को दूषित कहना सही नहीं है और जो आरोप लगाए गए हैं वह सभी निराधार हैं ।