बोर्ड परीक्षा को देखते हुए शिक्षा विभाग ने हाई और हायर सेकंडरी स्कूलों का समय दो घंटे बढ़ा दिया है। स्कूल का समय सुबह 9 से शाम 5 बजे कर दिया गया है। लेकिन कुछ शिक्षक समय पर स्कूल नहीं पहुंच रहे हैं। इसका असर छात्रों पर की पढ;ाई पर भी पड; रहा है। शिक्षकों के समय पर स्कूल न पहुंचने के कारण बधो भी देरी से स्कूल पहुंच रहे हैं। वहीं जिन स्कूलों में स्टाफ समय पर पहुंच रहा है उन स्कूलों में बधाों की उपस्थित बेहतर है। बावजूद इसके लापरवाह शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा रही है।
गैर जिम्मेदार शिक्षकों की लापरवाही का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि शासकीय उधातर माध्यमिक विद्यालय क्रमांक 2 में 15 लोगों का स्टाफ है। छात्रों की दर्ज संख्या 322 है। लेकिन मंगलवार सुबह करीब 9ः20 बजे तक स्कूल एक महिला शिक्षक सहित सिर्फ दो शिक्षक उपस्थित थे। क्लास रूम में महज छह बधो बैठे हुए थे। इससे स्पष्ट होती है कि शिक्षा विभाग के आदेश को शिक्षक कितनी गंभीरता से ले रहे हैं। यही स्थिति हायर सेकंडरी स्कूल मंडीबामोरा की थी। स्कूल में बधाों की दर्ज संख्या 166 है। इन्हें पढ़ाने के लिए अतिथि शिक्षक सहित 14 लोगों का स्टाफ है। लेकिन मंगलवार सुबह 10 बजे तक स्कूल में सिर्फ 14 छात्र और दो शिक्षक उपस्थित थे। इस तरह कुछ शिक्षक शासन के आदेश की धज्जिायां उड़ाते हुए अपनी मर्जी से स्कूल पहुंच रहे हैं। इसका सीधा असर बधाों की पढ़ाई पर पड़ रहा है। क्योंकि बधाों को पता है कि शिक्षक समय पर से स्कूल नहीं पहुंचते हैं, इसीलिए छात्र भी देरी से स्कूल आ रहे हैं।
इन स्कूलों में उपस्थित बेहतर
शासकीय उधातर माध्यमिक विद्यालय क्रमांक 2 में जिस समय सिर्फ 2 शिक्षक और छह छात्र उसी समय शहर में संचालित शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय क्रमांक 1, शासकीय कन्या उधातर माध्यमिक विद्यालय और मॉडल स्कूल में छात्रों की उपस्थिति लगभग 70 प्रतिशत थी। तीनों स्कूलों में कक्षा 9 से लेकर 12वीं तक की कक्षाएं व्यवस्थित संचालित हो रही थीं। हैरानी की बात तो यह है कि 15 किलोमीटर दूर से छात्राएं सुबह 9 बजे स्कूल पहुंच गई थीं। इसका मुख्य कारण शिक्षकों के समय पर स्कूल पहुंचना है।
हम कार्रवाई करेंगे
मैं लगातार मॉनीटरिंग करता हूं। जो शिक्षक अनुपस्थित मिलते हैं उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाता है। मंगलवार को मंडीबामोरा और उधातर माध्यमिक विद्यालय क्रमांक 2 में जो शिक्षक सुबह 9ः30 बजे के बाद पहुंचे हैं उनके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
जेड इ-ा, सहायक संचालक, शिक्षा विभाग, बीना