निजी क्षेत्र के सबसे बड़े कर्जदाता एचडीएफसी बैंक को बीते 31 मार्च को खत्म वित्त वर्ष में 31,833 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ है। यह लाभ 31 मार्च, 2020 को खत्म वित्त वर्ष के मुकाबले 16.8 फीसद अधिक है। बैंक ने शेयर बाजारों को बताया कि बीते वित्त वर्ष की चौथी व आखिरी तिमाही (जनवरी-मार्च, 2021) में उसका कंसोलिडेटेड शुद्ध लाभ 15.8 फीसद उछाल के साथ 8,434 करोड़ रुपये रहा। एक वर्ष पहले की समान अवधि में बैंक ने इस मद में 7,280 करोड़ रुपये हासिल किया था।बैंक के मुताबिक बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में उसकी कंसोलिडेटेड आय 40,909.49 करोड़ रुपये रही। पूरे वित्त वर्ष के दौरान बैंक ने कंसोलिडेटेड आधार पर 1,55,885.28 करोड़ रुपये कमाए। चौथी तिमाही में बैंक की शुद्ध ब्याज आय 12.6 फीसद बढ़कर 17,120.20 करोड़ रुपये रही। बैंक का ग्रॉस एनपीए इस वर्ष 31 मार्च को 1.32 फीसद रहा। हालांकि यह एक वर्ष पहले 1.26 फीसद रहा था। बैंक का शुद्ध एनपीए भी बीते वित्त वर्ष की समाप्ति पर 0.40 फीसद हो गया, जो एक वर्ष पहले 0.36 फीसद था।
बैंक ने बताया कि बीते दिसंबर में भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआइ) द्वारा जारी अधिसूचना का अनुसरण करते हुए उसने वित्त वर्ष 2019-20 के लिए अंतिम लाभांश की घोषणा नहीं की है। उस अधिसूचना में आरबीआइ ने बैंकों से कहा था कि कोरोना संकट की अनिश्चितता को देखते हुए वे घाटे की भरपाई व इकोनॉमी की पूंजीगत जरूरतों के लिए पूंजी का संरक्षण करते रहें। बैंक के निदेशक बोर्ड की शनिवार को हुई बैठक में यह फैसला किया गया कि बैंक बीते 31 मार्च को खत्म हुए वित्त वर्ष के लिए भी लाभांश की घोषणा नहीं करेगा।