भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने कथित तौर पर इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) को पत्र लिखकर पाकिस्तान की विवादास्पद कश्मीर प्रीमियर लीग (केपीएल) को मान्यता नहीं देने का आग्रह किया है। कश्मीर प्रीमियर लीग का आयोजन पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में होना है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) इस घरेलू टूर्नामेंट का आयोजन करा रहा है।
ईएसपीएन क्रिकइंफो की रिपोर्ट के अनुसार, बीसीसीआई की शिकायत कश्मीर की विवादित क्षेत्र की स्थिति पर केंद्रित है। भारत और पाकिस्तान कश्मीर को लेकर लंबे समय से आमने-सामने हैं, जिसके कारण दोनों देशों के बीच युद्ध भी हो चुके हैं। दोनों देशों के बीच राजनीतिक तनाव ने चिर प्रतिद्वंद्वियों के दरमियान क्रिकेट संबंधों को भी प्रभावित किया है।
भारत और पाकिस्तान ने 2012-13 के बाद से एक-दूसरे के खिलाफ कोई द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेली है। बीसीसीआई ने आईसीसी से कहा है कि क्या कश्मीर जैसे विवादित क्षेत्र में लीग खेली जा सकती है? कश्मीर प्रीमियर लीग छह टीमों का टूर्नामेंट है, जिसका आगाज 6 अगस्त से होगा। लीग के सभी मैच पीओके के मुजफ्फराबाद क्रिकेट स्टेडियम में खेले जाएंगे।
इससे पहले दक्षिण अफ्रीका के पूर्व क्रिकेटर हर्शल गिब्स ने बीसीसीआई पर उन्हें ‘धमकी’ देने और कश्मीर प्रीमियर लीग में खेलने से रोकने की कोशिश करने का आरोप लगाया था। गिब्स के आरोपों के बाद पीसीबी ने बीसीसीआई को लेकर नाराजगी व्यक्त की थी। पीसीबी ने आरोप लगाया था कि बीसीसीआई अन्य क्रिकेट बोर्ड्स पर दबाव बना रहा है कि वो अपने खिलाड़ियों को केपीएल में शामिल होने से रोके।
वहीं, पीसीबी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए बीसीसीआई के एक अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तान बोर्ड दुविधा में है और उसे यह समझना चाहिए कि भारत में क्रिकेट को लेकर निर्णय लेने के लिए भारतीय बोर्ड का पूरा अधिकार है।